Body detox in Hindi
हमारे शरीर में जो भी बीमारियां होती है वह बाहर से नहीं आती हैं। उसका मुख्य कारण हमारा शरीर में ही होता है और यह सारे विकार हमारे शरीर के अंदर ही उत्पन्न होते हैं।
कुछ विकार ऐसे होते हैं जो हमारे शरीर को रोगी बनाते हैं और साथ ही साथ हमारी सेहत के लिए काफी नुकसानदायक होते हैं।
ऐसे में बहुत जरूरी हो जाता है कि शरीर के अंदर जो बहुत विषैले तत्व होते हैं जिनसे हमारे शरीर में विकार होता है।
तो उन्हें साफ करने की आवश्यकता होती है। इस अंदर की गंदगी को साफ करने की प्रक्रिया को डिटॉक्सिफिकेशन कहते हैं।
अगर हमें इन विभिन्न विकारों, रोगों से बचना है तो हमें अपने शरीर के अंदर की सफाई करनी होगी और इसकी जानकारी न होने के अभाव में हम अनेक बीमारियों के शिकार होने लगते हैं।
इसके अलावा शरीर के अंदर की सफाई नहीं करते हैं। ऐसे में बहुत जरूरी हो जाता है शरीर के अंदर की सफाई करें यानी कि शरीर को डिटॉक्स करें।
प्रायः ऐसा होता है कि हम कभी- कभार बहुत सुस्ती महसूस करते हैं और उस दौरान हमारा खाना भी ठीक से नहीं पचता digest है।
मन भारी सा रहता है। अगर ऐसा कुछ आपके साथ हो रहा है तो समझ लीजिए कि शरीर को डिटॉक्स करने की जरूरत है। यानी शरीर के अंदर की सफाई बहुत ही जरूरी है।
अब प्रश्न यह उठता है कि शरीर के अंदर की सफाई यानी कि शरीर को डिटॉक्स कैसे करें।
जिससे कि हमारे शरीर में विषैले तत्वों से हम कैसे बचें तो आज के लेख में हम आपको ऐसे आसान उपाय बताएंगे जिन्हें आजमाकर आप शरीर को डिटॉक्स कर सकते हैं यानी शरीर के अंदर की सफाई आसानी से कर सकते हैं।
शरीर को डिटॉक्स कैसे करें उससे पहले हम आपको बताएंगे कि डिटॉक्सिफिकेशन आखिर है क्या
डिटॉक्सिफिकेशन आखिर है क्या जानें detoxification aakhir hai kya jaane Hindi mein
डिटॉक्सिफिकेशन यानी शरीर के अंदर बहुत सारे ऐसे विषैले तत्व जिनको साफ करने की आवश्यकता होती है। इस साफ करने की प्रक्रिया को डिटॉक्सिफिकेशन कहते हैं।
इस प्रक्रिया के अंतर्गत शरीर के अंदर की सफाई प्राकृतिक natural तरीकों से की जा सकती है।
इससे जितने भी विषैले harmful पदार्थ होते हैं। शरीर के अंदर से वह बाहर निकलते हैं। गुर्दों के माध्यम से, आंतों, skin के माध्यम से विषाक्त पदार्थ बाहर निकलते हैं।
लेकिन जब शरीर में विषैले harmful तत्व जमा हो जाते हैं तो यही विषाक्त पदार्थ बाहर नहीं निकल पाते हैं। जिसका कि शरीर पर विपरीत effect पड़ने लगता है।
ऐसे में बहुत ही जरूरी हो जाता है कि शरीर का डिटॉक्सिफिकेशन किया जाए यानी शरीर के अंदर की सफाई की जाए।
क्या मतलब होता है बॉडी डिटॉक्स का
बॉडी डिटॉक्स का मतलब यह होता है कि आप अपने body के अंदर की जो गंदगी है उसको बाहर निकालें और साथ ही साथ अपनी सेहत प्रश्र ध्यान दें।
इससे बॉडी डिटॉक्स के समय शरीर अपने गंदगी को बाहर निकालता है और स्वस्थ healthy पोषक तत्वों ka सेवन करता है।
यानी कि जो भी शरीर के अंदर गंदगी है जिससे हम बीमार पड़ते हैं उन सभी की अच्छी तरह से सफाई करना ही बॉडी डिटॉक्स है।
आप बीमार क्यों पड़ते हैं क्योंकि आपके शरीर में अंदरूनी गंदगी जमा है और यह गंदगी आती कहां से हैं हमारे खानपान के द्वारा ही आती है।
इसके साथ ही साथ हमारे हाथों की सफाई नहीं हो पाती है हमारे पाचन तंत्र सही नहीं रहते हैं। हमारा इम्यून सिस्टम खराब रहता है।
क्योंकि हमारा खान-पान ही सही नहीं रहता है जब हमारा खान-पान सही रहेगा, हम पोषक तत्वों का इस्तेमाल करेंगे
ऐसा करने से हमारा इम्यूनिटी सिस्टम सही रहेगा तो हम स्वस्थ रहेंगे साथी बॉडी डिटॉक्स की जो प्रक्रिया है उसे भी अपनाने की जरूरत है।
आइए अब हम जानते हैं कि आखिर शरीर को डिटॉक्स करने की जरूरत क्यों पड़ती है।
वह कौन से लक्षण है जिनसे हम यह जान सकेंगे कि हमारे शरीर body को डिटॉक्स करना अब जरूरी हो गया है।
शरीर को डिटॉक्स करने की क्यों जरूरत पड़ती है जानें
Body ko detox karne ki jarurat kyon padati hai jaane Hindi mein
शरीर body को डिटॉक्स करने की जरूरत कब पड़ती है जब शरीर में विषैले harmful पदार्थ इकट्ठे हो जाते हैं
इसके साथ ही लगातार हम अपने आप को सुस्त, त्वचा skin संबंधी समस्या और थकान आदि की समस्या महसूस करने लगते हैं।
एलर्जी की समस्या महसूस feel होती है तो ऐसे में शरीर को डिटॉक्स करने की जरूरत पड़ती है।
यहां पर हम आपको बता दें कि जो गंभीर serious मरीज paesent होते हैं जैसे कैंसर के मरीज हो, टीबी के मरीज हो, स्तनपान जो करा रही है महिलाएं,
उनको body detox करने से पहले डॉक्टर से सलाह consult जरूर karna चाहिए।
अब हम जानेंगे कि वह कौन से लक्षण है जिनको देखकर हमें अपने शरीर को डिटॉक्स करना चाहिए
1 थकान महसूस होना Thakan mahasus hona in Hindi
बॉडी body डिटॉक्स करने की जरूरत उस वक्त और बढ़ जाती है जब आप थकान महसूस करते हैं आप थकान क्यों महसूस करते हैं।
क्योंकि आपके शरीर में ऊर्जा energy नहीं मिल रही है और वह उर्जा energy आती कहां से हैं तो आपके खान-पान से आती है।
अगर आप healthy खाना खा रहे हैं फिर भी आपकी सेहत में नहीं लग रहा है तो उस वक्त सलाह दी जाती है कि आप बॉडी का डिटॉक्स करें।
2 पेट फूलना pet phulana in Hindi
पेट फूलना, पेट टाइट होना यह सभी समस्याएं problem पाचन तंत्र से हैं यानी पाचन तंत्र आपका सही नहीं है।
जिससे गैस की समस्या होती है खाना अच्छे से नहीं पचता है और ऐसे में पेट फूलना स्वाभाविक common है।
इस स्थिति condition में भी हमें बॉडी डिटॉक्स करने की सलाह दी जाती है।
पेट फूलने की समस्या problem में हम आपको इतना ही बताना चाहेंगे कि अगर आपका पेट stomach साफ नहीं रहता है
या gas bnne समस्या आती है तो उसी स्थिति में आपको ज्यादा से ज्यादा अपने भोजन में कच्चे पदार्थों का सेवन करना चाहिए।
जिससे कि आपका पाचन तंत्र सही रह सके आपका खाना सुचारू रूप से पचेगा।
और आपके शरीर में नई- नई कोशिकाओं का निर्माण होगा और अंदरूनी सफाई जो है वह होती रहेगी।
कच्चा भोजन से मेरा मतलब है आप कोई भी फल fruit सलाद का सेवन कच्चे रूप में करें
वह आपके शरीर में दोगुना लाभ देगा और आप हमेशा स्वस्थ रहेंगे इस तरह से आपकी पाचन की जो प्रक्रिया है वह सही होती रहेगी।
3 किसी को मासिक धर्म की समस्या है How to detoxt our body in Hindi
अगर किसी को मासिक धर्म की समस्या problem है काफी उतार-चढ़ाव मासिक में आते हैं
हार्मोन डिसबैलेंस है तो ऐसी स्थिति में भी बॉडी डिटॉक्स करने की बातें कही जाती है।
मासिक धर्म के बारे में हम आपको यह बताना चाहेंगे कि अगर आपका मासिक धर्म अनियमित रहता है तो उसके लिए आप मेथी के दानों को रोजाना इस्तेमाल कर सकते हैं।
इसके daily इस्तेमाल से मासिक धर्म नियमित regular हो जाता है।
इसके साथ ही आपको यह भी बता दें कि मेथी के दानों को आप रात में पानी में भिगो देंऔर सुबह सुबह बासी मुंह अगर खाते हैं तो इससे एक तो आपका मासिक धर्म नियमित रहेगा दूसरे आपके शरीर में कैल्शियम की मात्रा बनी रहेगी और तीसरा इसका जो फायदा होगा वह आपका वजन नियंत्रित रहेगा।
ऐसे में जरूरी हो जाता है कि आप मेथी के दानों को नियमित regular सेवन करके मासिक धर्म की अनियमितता से छुटकारा पा सकते हैं।
4 आंखों के नीचे अगर सूजन रहती है
आपने देखा होगा कि आंखों के नीचे सूजन होती है तो सूजन क्यों होती है उस पर ध्यान देने की जरूरत है यानी कि आपके शरीर में अंदरूनी गंदगी है उसकी सफाई जरूरी है।
अगर वह साफ हो जाएगा तो आपके आंखों के नीचे जो सूजन swelling की समस्या है वह अपने आप खत्म हो जाएगी।
5 त्वचा संबंधित समस्याएं अगर हैं Skin problems hone pr body detox hai jruri in Hindi
स्किन से संबंधित प्रॉब्लम है या त्वचा संबंधित रोग है तो ऐसे में और भी जरूरी हो जाता है कि आप अपने बॉडी को डिटॉक्स करें।
हल्का भोजन खाएं इसके साथ ही खाने में फलों fruits और हरी सब्जियों का प्रयोग करें।
जिससे आपके अंदरूनी सफाई होती रहेगी और आपका बॉडी डिटॉक्स होता रहेगा तो स्कीन problem लगभग खत्म हो जाएंगी।
6 एलर्जी की समस्या है Elergy problem hone par body detox in Hindi
किसी को समस्या है एलर्जी की तो आपको बॉडी डिटॉक्स करने की सलाह दी जाती है
यानी किसी चीज से एलर्जी है, एलर्जी क्यों है, आपका शरीर उस चीज को क्यों नहीं अडॉप्ट कर रहा है।
क्योंकि आपके शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता नहीं है जो होनी चाहिए
इसके लिए बहुत जरूरी है सेहत पर ध्यान दें खान-पान पर ध्यान दें नियमित दिनचर्या rutin अपनाएं
और एलर्जी की समस्या से छुटकारा पाने के लिए बॉडी डिटॉक्स करना तो बहुत ही जरूरी है।
ऐसी स्थिति में हमें अपने शरीर को डिटॉक्स करना चाहिए। अपने शरीर के अंदर की सफाई हमें करनी चाहिए।
आइए अब हम जानते हैं कि शरीर को डिटॉक्स कैसे करें, वह कौन से तरीके हैं जो हमें शरीर को डिटॉक्स करने में राहत प्रदान करते हैं और हमारा शरीर आसानी से डिटॉक्स हो जाता है।
इससे पहले हम आपको बताएंगे कि हमें डिटॉक्स कैसे शुरू करना चाहिए।
तो आइए पहले हम जानते हैं कि डिटॉक्स को हम कैसे शुरू करें
डिटॉक्स शरीर के अंदर की सफाई कैसे शुरू करें हिंदी में How to detox our body Hindi mein
डिटॉक्सिफिकेशन यानी कि शरीर के अंदर की सफाई शुरू करने के लिए सबसे पहले जरूरी हो जाता है कि जिन विषाक्त पदार्थों का सेवन कर रहे हैं उन को बंद करें।
जैसे अगर अल्कोहल का प्रयोग करते हैं तो उसे बंद करें कॉफी है, सिगरेट है, रिफाइंड, शुगर है, इन सब चीजों का सेवन बंद करें।
संतृप्त वसा है यह सब चीजें खाद्य पदार्थ जो हैं उन को एकदम बंद कर दें।
क्योंकि जब हम अपने शरीर के अंदर की सफाई करेंगे तो यह सब चीजें हमारे शरीर में जाकर बाधा पहुंचाते हैं।
इसके अलावा हमें प्राकृतिक उत्पादों का सेवन ज्यादा से ज्यादा शुरू करने की कोशिश करनी चाहिए।
क्योंकि जैसे स्वास्थ्य संबंधी उत्पाद है, शैंपू हैं, टूथपेस्ट है, इस सब का इस्तेमाल कम कर के प्राकृतिक उत्पादों को प्रयोग में लाना चाहिए।
अगर किसी तरह के तनाव की समस्या है तो उसे योग और मेडिटेशन के सहारे दूर कर लेना चाहिए तब जाकर डिटॉक्स की प्रक्रिया को शुरू करनी चाहिए।
ऐसा करने पर जब हम डिटॉक्स अपने शरीर को करेंगे तो हमें ज्यादा लाभ मिलेगा और हमारा शरीर पूरी तरह से अंदर से साफ हो जाएगा।
आइए अब जानते हैं कि हम अपने शरीर को कैसे डिटॉक्स करें शरीर को डिटॉक्स करने वाले आसान घरेलू उपाय
शरीर को डिटॉक्स अंदर से साफ कैसे करें
Best 19 easy tricks to detox your body Hindi mein
शरीर में मौजूद विषैले पदार्थ को दूर करने के लिए हमारा शरीर बहुत सारे प्रयासों को करता है लेकिन फिर भी कुछ विषाक्त पदार्थ हमारे शरीर में रह जाते हैं।
जिनको डिटॉक्स करने की जरूरत पड़ती है और डिटॉक्स करने के लिए हम आपको बता दें कि इसके लिए कुछ ज्यादा करने की जरूरत नहीं होती है और न ही किसी स्पेशल प्रोडक्ट के इस्तेमाल करने की जरूरत पड़ती है।
शरीर के अंदर ही डिटॉक्स करने वाले सिस्टम मौजूद होते हैं। जो कि गंदगी को तेजी से बाहर कर सकते हैं।
इसके लिए जरूरत है तो सिर्फ डिटॉक्स करने वाले जो सिस्टम है उसको बेहतर बनाने की।
अगर डिटॉक्स करने वाले सिस्टम को बेहतर बना लिया जाए तो शरीर के विषैले पदार्थ आसानी से बाहर निकल आते हैं।
डिटॉक्स करने के लिए हम कुछ घरेलू उपायों की भी मदद ले सकते हैं यह घरेलू उपाय शरीर से आसानी से विषाक्त पदार्थ निकाल देते हैं तो आइए जानते हैं वह कौन कौन से घरेलू उपाय हैं।
1 ज्यादा पानी पीना Pani khub piye Hindi mein
पानी पीने के तो बहुत सारे फायदे हैं लेकिन पानी पीना सिर्फ प्यास बुझाना ही नहीं है।इसके अलावा भी पानी पीने से बहुत सारे शरीर की समस्याओं में राहत मिलता है।
पानी पीने से शरीर का तापमान सही रहता है पाचन में सहायता और पोषक तत्वों के अवशोषण में मदद मिलती है।
पानी पीने से हमारे शरीर के सेल्स अपने आप में रिपेयर होते हैं और इस तरीके से हम शरीर में मौजूद यूरिया और कार्बन डाइऑक्साइड की गंदगी को बाहर निकाल सकते हैं।
इसके अलावा पानी पीने से पसीना बाहर निकलता है। पेशाब के जरिए हमारे शरीर की गंदगी भी बाहर निकलती है।
2 हरी प्याज Hari pyaj ka karen seven Hindi mein
प्याज में एंटीऑक्सीडेंट्स भरपूर मात्रा में पाया जाता है और हरी प्याज का अगर आप का सेवन करते हैं तो इसमें विषैले तत्वों को खत्म करने वाले एंटीऑक्सीडेंट और सल्फर पाए जाते हैं।
इसके साथ ही इसमें कैलोरी भी बहुत कम मात्रा होती है। जिससे वजन भी कंट्रोल करता है।
हरी प्याज के सेवन से कोलोस्ट्राल कम होता है
हार्ट अटैक और स्ट्रोक का भी खतरा कम रहता है।
ऑस्टियोपोरोसिस जैसी नामक बीमारी से बचने में भी इसे खाना फायदेमंद रहता है।कुल मिलाकर हरी प्याज शरीर के विषैले पदार्थों को खत्म करने में मदद करता है।
3 नींबू पानी का सेवन करें Nimbu pani ka sevan karen Hindi mein
शरीर को डिटॉक्स करने के लिए नींबू पानी काफी लाभप्रद है। क्योंकि इसके सेवन से शरीर में विषैले तत्वों की मात्रा कम होती है।
बॉडी की क्लींजिंग सफाई करता है। नींबू पानी को एक अच्छा डिटॉक्स ड्रिंक भी कहा गया है।
तो अब से अपने खानपान में नींबू पानी अवश्य सेवन करें। शरीर के विषैले तत्व की सफाई होती रहेगी।
4 हल्का भोजन करें Eat lightweight food in Hindi
भोजन तो वैसे हमेशा हल्का करना चाहिए लेकिन अगर आप शरीर को डिटॉक्स करने जा रहे हैं तो डिटॉक्सिफिकेशन की प्रक्रिया के दौरान हल्का खाना खाना चाहिए।
इससे एक तो आपका वजन भी कम होगा और दूसरी तरफ अगर कोलेस्ट्राल या शुगर की शिकायत है तो हल्का आहार लेने से कोलेस्ट्राल और शुगर लेवल भी कंट्रोल में रहता है।
5 फल और सब्जियों का अधिक प्रयोग करें Use fruits and vegetables Hindi mein
सब्जियों का सेवन करना तो वैसे भी हेल्दी लाइफ के लिए बहुत ही जरूरी है। फल और सब्जियां शरीर के विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में काफी मदद करते हैं।
ज्यादा फल और सब्जियों को अपने भोजन में शामिल करें। इससे लीवर एंजाइम सक्रिय हो जाएंगे और शरीर में मौजूद विषैले पदार्थ बाहर निकालने में मदद करेंगे।
इसके साथ ही फलों और सब्जियों के सेवन से फिट और हेल्दी बने रहेंगे।
6 योग करें Do exercise Hindi mein
शरीर को डिटॉक्स करने में योग एक बेहतरीन माध्यम है। यदि आप शरीर को डिटॉक्स करना चाहते हैं तो प्रतिदिन योग पर समय दें।
रोजाना तकरीबन आधा घंटा व्यायाम करें। इससे न तो सिर्फ शरीर फिट रखता है बल्कि हमारा दिमाग भी तेज बनता है।
7 चीनी का प्रयोग न करें Avoid sugar Hindi mein
जितना हो सके चीनी और चीनी से बनने वाले जो भी पदार्थ होते हैं उनसे दूरी बना लें। क्योंकि यह हमारे मेटाब्लोजिंम को कम कर देते हैं।
जिससे कि पाचन तंत्र को चीनी पचाने के लिए ज्यादा वर्क करना पड़ता है। ऐसे में खाना सही से नहीं पच पाता है और शरीर विषैले पदार्थों को नहीं निकल पाता है।
इसलिए कोशिश यही करनी चाहिए कि चीनी के स्थान पर हम गुड़ का सेवन कर लें और चीनी से दूरी बना लें।
8 नमक का सेवन कम करना चाहिए Salt ka sevan kam karen Hindi
mein
शरीर को डिटॉक्स करने के लिए हमें नमक का सेवन कम करना चाहिए।
क्योंकि ज्यादा नमक खाने से हमारे शरीर में सोडियम की मात्रा अधिक हो सकती है। जिस कारण हमारी किडनी या लीवर पर इसका विपरीत प्रभाव पड़ सकता है।
साथ ही ज्यादा नमक खाने के कारण पेट फूलने जैसी परेशानी भी हो सकती है।ऐसे में ज्यादा नमक का सेवन नहीं करना चाहिए।
क्योंकि अगर शरीर में सोडियम की मात्रा बढ़ जाती है तो कई बीमारियां होने लगती है।
सोडियम की मात्रा को कम करने के लिए पोटेशियम युक्त फूड जैसे आलू, राजमा, केला, पालक, आदि का सेवन किया जा सकता है।
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9 अच्छी नींद लेना Acchi nind len Hindi mein
अच्छी नींद लेना तो कई रोगों से दूर रहने के लिए बहुत ही जरूरी हो जाता है, क्योंकि खराब नींद के कारण कई तरह की बीमारियां हो जाती है।
जैसे तनाव, घबराहट, हाई बीपी, टाइप 2 मधुमेह, मोटापा आदि रोग होने की संभावना ज्यादा होती है।
नींद लेने से होता यह है कि हमारे दिमाग को आराम मिलता है।अल्जाइमर रोग का कारण बनने वाले विटा एमवाई प्रोटीन का डिटॉक्स हो जाता है।
अच्छी नींद लेने का परिणाम यह होता है कि शरीर में डिटॉक्सिफिकेशन की जो प्रक्रिया होती है उसकी गति तेज हो जाती है।
वह सुचारू रूप से चलती है इसलिए अगर शरीर को डिटॉक्स करने की सोच रहे हैं तो अच्छी नींद भी लें और तनाव से दूरी बनाकर रखें।
10 एक्टिव रहे Always active Hindi mein
बॉडी को अगर डिटॉक्स करने की सोच रहे हैं तो उसके लिए एक्टिव रहना भी बहुत ही जरूरी है।
यदि आप एक जगह पर लंबे समय तक बैठे रहते हैं तो ऐसे में होता क्या है कि जो आप का पाचन है वह सही से काम नहीं करता है, इसके साथ हूं खाना भी नहीं पचता है।
फिटनेस की समस्या आ जाती है। इसलिए अगर आपको बैठ कर के काम ज्यादा करना पड़ता है।तो ऐसे में आप एक्सरसाइज का भी सहारा लें।
इसके अलावा बैठकर काम करने के दौरान बीच-बीच में उठकर थोड़ा वाक कर लिया करें। जिससेशरीर में स्थिरता दूर होगी और हम एक्टिव बने रह सकते हैं।
जिससे कि आप एक्टिव बने रह सकते हैं और पाचन तंत्र आपका सही से काम कर सके।पहले तली- भुनी चीजों से दूरी बनाएं। तली भूनी मसालेदार चीजों से दूरी बनाए रखें क्योंकि यह आपके सेहत के लिए बहुत ही नुकसानदायक हैं।
यह खाने में स्वादिष्ट आपको लगेंगे लेकिन बहुत सारी बीमारियों का कारण भी यह तली भुनी चीजें होती है। इसलिए इसका कम से कम सेवन करें।
11 खाना जल्दी बाजी में न खाएं khana chaba- chaba kar khayen Hindi mein
जब भी आप कुछ खा रहे होते हैं तो उसको आराम से धीरे-धीरे चबाकर के खाना चाहिए। ऐसा करने में आपका समय थोड़ा जरूर लगेगा।
लेकिन यह आपकी सेहत के लिए अच्छा रहेगा। इसलिए आपको खाना धीरे-धीरे चबाकर खाना चाहिए, जिससे पाचन संबंधी जो समस्या है वह भी नहीं होगी।
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12 हर्बल टी पीएं drink herbal tea Hindi mein
अगर आपको चाय पीने के ज्यादा शौक है तो यहां पर हम आपको बता दें कि चाय और कॉफी का सेवन हमारे सेहत के लिए नुकसानदायक होता है।
इसलिए हर्बल टी का सेवन आप कर सकते हैं ऐसे में हर्बल टी में के सेवन से पाचन तंत्र की समस्या से निजात मिलती है।
इसके अलावा नींद भी अच्छी आती है शरीर से विषैले तत्व बाहर निकलते हैं और हमारा रक्त संचार भी सही रहता है।
इसलिए चाय और कॉफी के जगह कोशिश यही करें कि हर्बल टी का सेवन करें।
13 जूस का इस्तेमाल करें juice ka istemal Karen Hindi mein
शरीर को डिटॉक्स करने के लिए अपने डेली डाइट में कोशिश करें कि जूस का इस्तेमाल शामिल करें।
रोजाना ताजे फल और सब्जियों का जूस अगर आप ले रहे होते हैं तो ऐसे में शरीर से विषाक्त तत्व दूर होते हैं और इसके अलावा हमारा शरीर भी स्वस्थ रहता है।
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शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकालना है तो कैल्शियम और मैग्नीशियम युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए। |
क्योंकि इससे हमारी मांसपेशियां और हड्डियां एक तो मजबूत होती हैं।
और दूसरी तरफ जो हानिकारक तत्व है वह भी शरीर में टिक नहीं पाता है। इसलिए कैल्शियम और मैग्नीशियम युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए।
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15 खीरा का सेवन करें khira ka seven karen Hindi mein
खीरा हमारे शरीर से खतरनाक केमिकल और एसिडिक पदार्थों को बाहर करने में सहायक होता है।
इसे सलाद के रूप में खाना सबसे अधिक फायदेमंद होता है।
क्योंकि इसमें मौजूद 95% पानी सबसे खतरनाक केमिकल को एसिटिक पदार्थों को बाहर कर देता है।
17 लहसुन का सेवन lahsun ka sevan karen Hindi mein
एंटीबायोटिक गुणों से भरपूर लहसुन का सेवन शरीर को प्राकृतिक तरीके से डिटॉक्स करता है।
इसलिए अपने डाइट में लहसुन को शामिल करें। जिससे हमारे शरीर के जो विषैले तत्व होते हैं वह डिटॉक्स होते रहें।
18 माइक्रोवेव में खाना गर्म न करें Microwave mein khana garam na karen Hindi mein
माइक्रोवेव से जो रेडिएशन निकलता है वह हमारे शरीर के लिए बहुत ही हानिकारक है।
जब हम खाना गर्म करते हैं तो भले ही खाना बहुत शीघ्र ही गर्म हो जाता है लेकिन उससे निकलने वाला रेडिएशन खाने में मौजूद प्रोटीन जैसे तत्वों को प्रभावित करता है।
जब हम उस खाने को खाते हैं तो शरीर में कैंसर जैसी भयानक बीमारियां जन्म ले सकती हैं।
इसलिए कोशिश करें कि माइक्रोवेव से दूरी बनाएं। माइक्रोवेव में खाना गर्म न करें।
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19 प्राकृतिक उत्पाद का प्रयोग करें Use natural product Hindi mein
शरीर को डिटॉक्स करने के लिए नेचुरल प्रोडक्ट का प्रयोग करना चाहिए। प्राकृतिक चीजों पर निर्भर रहना चाहिए जैसे
सिरका है, इसके अलावा बेकिंग सोडा है, जिसका उपयोग टॉक्सिक, केमिकल के प्रभाव को कम करने में किया जाता है।
अन्य जो भी प्राकृतिक खाद्य पदार्थ हैं उन्हीं को हमें खाना चाहिए। खाने में फल और सब्जियों का ज्यादा से ज्यादा सेवन करना चाहिए।
जिससे हमारा खाना अच्छे से पचे जिससे पाचन तंत्र सही रहेगा और दूसरी तरफ शरीर से विषाक्त पदार्थ बाहर निकलते रहेंगे।
इस प्रकार इस लेख से हमने जाना कि हमारे शरीर में अपना डिटॉक्सिफिकेशन सिस्टम होता है जिसे किसी मेडिसिन जरूरत नहीं होती है।
हम प्राकृतिक तरीकों से अपने शरीर के अंदर की सफाई कर सकते हैं यानी कि शरीर में मौजूद विषैले तत्वों को बाहर कर सकते हैं और शरीर को स्वस्थ रख सकते हैं।
शरीर के टॉक्सिन को कैसे दूर किया जाता है
शरीर के टॉक्सिन को दूर करने के लिए बहुत सारे उपाय हैं उन उपायों में आप सबसे पहले शहद, नींबू और गर्म पानी का इस्तेमाल करें।
इसको आप सुबह के समय शहद और नींबू के साथ गर्म पानी पिएं और गर्म पानी इतना होना चाहिए जितना कि चाय गरम होता है और इसे आपको घूंट-घूंट कर पीना है।
दूसरी तरफ आपको ग्रीन टी का सेवन करना है क्योंकि ग्रीन टी एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता और ग्रीन टी हमारे पाचन के लिए भी बहुत अच्छा होता है।
गैस की समस्या नहीं होती है अगर ग्रीन टी पीते हैं तो यह आपके शरीर की सफाई को करने में काफी मदद करता है।
इसके साथ ही हम आपको बता दें कि आप अपने खाने में फाइबर युक्त चीजों का प्रयोग कर सकते हैं। अदरक और लहसुन का तो इस्तेमाल करें
एलोवेरा जूस होता है वह भी आपके बॉडी को डिटॉक्स करने में काफी सहायक होता है तो इस तरह से आप अपने शरीर की अंदरूनी सफाई को कर सकते हैं।
यानी आप अपने बॉडी को डिटॉक्स कर सकते हैं और जब बॉडी डिटॉक्स हो जाता है तो अब आप अपने को काफी सेहतमंद महसूस करते हैं।
Final word
इस प्रकार उम्मीद है कि शरीर को डिटॉक्स कैसे करें, इस पर लिखा गया लेख आपको बहुत पसंद आया होगा और आप अपने शरीर को डिटॉक्स करने में इस लेख की मदद ले सकते हैं। अगर इससे संबंधित कोई विचार या सुझाव आपके पास है तो आप हमें शेयर कर सकते हैं। इसके लिए आप नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स की मदद ले सकते हैं। हमारी कोशिश यही रहेगी किसी तरह के उपयोगी लेख हम आपके लिए लाते रहेंगे।
धन्यवाद।
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