प्रेगनेंसी के दौरान कमर में दर्द होने का कारण और इससे बचने के घरेलू उपाय/pregnancy mein kamar dard hone ka karan aur bachne Ke gharelu upay

प्रेगनेंसी के दौरान कमर में दर्द होने का कारण और इससे बचने के घरेलू उपाय/pregnancy mein kamar dard hone ka karan aur bachne Ke gharelu upay

गर्भावस्था के समय बहुत-सी महिलाओं को कमर दर्द की शिकायत होती है। गर्भावस्था में कमर दर्द की शिकायत क्यों होती है, इसका क्या कारण है और इसके क्या घरेलू उपाय हैं आज इस पर हम चर्चा करेंगे

प्रेगनेंसी के दौरान बहुत-सी महिलाओं को कमर दर्द की परेशानी होती है और यह परेशानी अक्सर दूसरी तिमाही से ही शुरू हो जाती है।

इसके बहुत सारे कारण होते हैं, चुकी प्रेगनेंसी में होता क्या है कि वजन बढ़ता है और वजन बढ़ने की वजह से महिला की रीढ़ की हड्डी पर वजन का भार निरंतर बढ़ता रहता है।

जिससे कमर के निचले हिस्से में दर्द होता है और आइए जानते हैं प्रेगनेंसी में दर्द कमर में क्यों होता है

प्रेगनेंसी में कमर में दर्द होने का कारण pregnancy mein kamar Dard hone ka Karan

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प्रेगनेंसी में किस कारण से कमर में दर्द होता है यह जानना जरूरी है, इससे पहले कि हम इसके उपायों पर चर्चा करें तो आइए पहले जान लेते हैं कि प्रेगनेंसी में कमर दर्द होने का कारण क्या है।

गर्भावस्था एक ऐसी अवस्था है जिसमें प्रत्येक दिन महिलाओं के शरीर की स्थिति बदलती रहती है और शारीरिक स्थिति में परिवर्तन के साथ- साथ जैसे-जैसे गर्भ का आकार बढ़ता है वैसे- वैसे महिलाओं के वजन में भी वृद्धि होती है।

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वजन में वृद्धि का असर यह पड़ता है कि महिलाओं के शरीर पर इसका भार पड़ने लगता है और यह सारा भार रीढ़ की हड्डी पर पड़ता है।

जब यह भार रीढ़ की हड्डी पर पड़ता है तो कमर के निचले हिस्से में दर्द हो सकता है यह ज्यादातर दूसरे और तीसरे महीने से शुरू होता है।

प्रेगनेंसी के दौरान शरीर में रिलैक्सीन नामक हार्मोन बनता है। जिसकी वजह से गर्भवती महिलाओं की हड्डी और जोड़ शीथिल हो जाते हैं।

जब जोड़ ढीले हो जाते हैं तो इस कारण से भी कमर दर्द की समस्या होने लगती है। दूसरी वजह यह भी होती है कि गर्भावस्था में शरीर का सेंटर आफ ग्रेविटी परिवर्तित होने लगता है।

और सेंटर आफ ग्रेविटी परिवर्तित होने से गर्भवती महिलाओं के उठने- बैठने का तरीका बदलने लगता है, जिस वजह से भी दर्द हो सकता है।

साथ में अगर गर्भवती महिला को किसी भी तरह का मानसिक तनाव है तो यह मानसिक तनाव मांसपेशियों में खिंचाव पैदा कर देता है, जिससे कमर दर्द की समस्या होने लगती है।

प्रेगनेंसी के दौरान होने वाले कमर दर्द का घरेलू उपचार pregnancy ke dauran hone wale kamar dard ka gharelu upchar

प्रेगनेंसी के दौरान जो कमर दर्द होता है उसके क्या घरेलू उपचार है आइए अब उसको जान लेते हैं

गर्भावस्था में कमर दर्द का घरेलू इलाज बैठने- उठने में सावधानी बरतें

गर्भवती महिलाएं प्रेगनेंसी के दौरान कमर दर्द की समस्या से बचने के लिए बैठने- उठने में सावधानी बरतें।

अगर लंबे समय तक आपको बैठना है तो कम समय के लिए बैठें। दूसरे अब आप ध्यान यह रखें कि स्टूल पर पैर रख कर के बैठें और कमर के पीछे तकिया जरूर लगाएं।

इससे आपके बैक को सपोर्ट मिलेगा, कोशिश करें कि बीच-बीच में आप अपने पोजीशन को बदलती रहें।काफी समय तक एक जगह पर गर्भवती महिलाओं को नहीं बैठना चाहिए।

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गर्भावस्था में कमर दर्द का घरेलू इलाज डाइट में ध्यान दें

प्रेगनेंसी के दौरान ज्यादातर कैल्शियम और विटामिन डी वाली चीजों को ज्यादा मात्रा में सेवन करना चाहिए। दूध दही और पनीर का आपको सेवन करना चाहिए।

इसके साथ ही साथ जो हरी पत्तेदार सब्जियां हैं उसको अपने डाइट प्लान में आप शामिल करें।

इसके साथ ही गर्भवती महिलाओं को कमर दर्द से बचने के लिए रोजाना 10:00 बजे से पहले थोड़ी देर के लिए धूप में जा करके जरूर बैठना चाहिए।

अगर आपको कैल्शियम नहीं मिल पा रहा है प्राकृतिक स्रोतों से तो डॉक्टर से इसका सप्लीमेंट जरूर लें।

गर्भावस्था में कमर दर्द का घरेलू नुस्खा योग से करें

गर्भावस्था में अगर कमर दर्द की समस्या है तो इसके लिए आप योग कर सकते हैं, योग क्या करता है बढ़ते वजन को नियंत्रित करने के साथ आपकी मांसपेशियों को काफी लचीला बनाता है।

रोजाना कुछ देर आपको टहलने की आदत डालनी है, लेकिन कोई भी योग करने से पहले गर्भवती महिलाओं को डॉक्टर से कंसल्ट जरूर करना चाहिए।

प्रेगनेंसी में कमर दर्द का घरेलू इलाज तेल मालिश से करें

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मालिश अपने आप में एक बहुत अच्छा उपचार है। कहीं भी दर्द होता है अगर वहां मालिश हो जाती है तो उसका आराम यह होता है कि मांस पेशियों को काफी रिलैक्स महसूस होता है।

अगर गर्भावस्था में कमर दर्द हो रहा है आपको तो आप घर के किसी सदस्य की मदद ले करके मालिश करवा सकती हैं।

मालिश के बाद आप सिकाई भी करवा सकती हैं इससे कमर दर्द की समस्या में आपको काफी आराम महसूस होगा।

गर्भावस्था में कमर दर्द से बचने का प्राकृतिक उपचार सोने की अवस्था को बदलें

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गर्भवती महिलाओं को कमर दर्द से बचने के लिए प्राकृतिक चिकित्सा के रूप में अपने सोने की अवस्था को ध्यान दें।

 इसका आपको ध्यान देना है कि आप किस पोजीशन में सो रहे हैं। आपको ज्यादा से ज्यादा बायें करवट सोना चाहिए।

सोते समय कमर के नीचे तकिया का सपोर्ट ले सकते हैं। इससे भी कमर दर्द में काफी राहत मिलेगा।

इसके अलावा आपको एक चीज ध्यान देना है कि झटके से आपको नहीं उठना है इससे आपकी कमर दर्द की समस्या और बढ़ सकती है।

बहुत आराम- आराम से आपको उठना है और काफी आराम से आपको चलना है। इस चीज का विशेष ध्यान रखें कि कोई भी काम आपको जल्दी- बाजी में नहीं करना है।

प्रेगनेंसी में होने वाले कमर दर्द से छुटकारा पाने के लिए देर तक देर तक खड़े रहकर काम करने से बचें

अगर आप ऐसा कोई कार्य करती हैं जिसमें देर तक खड़ा रहना पड़ता है और साथ में आपको कमर दर्द की भी समस्या है तो प्रेगनेंसी के दौरान आपको इसमें इससे बचना होगा।

ज्यादा देर तक आप खड़े होकर कोई काम मत करिए बीच-बीच में बैठ जाइए। पैरों पर बहुत ज्यादा वजन आपको नहीं पड़ने देना है।

इस प्रकार आज के लेख के माध्यम से हमने जाना कि प्रेगनेंसी के दौरान कमर में दर्द क्यों होता है, प्रेगनेंसी के दौरान होने वाले कमर दर्द से हम कैसे बचें, इसका घरेलू उपचार क्या है, उम्मीद है इस पर लिखा गया यह ब्लॉग आपके लिए काफी ज्ञानवर्धक रहा होगा हम आगे भी इसी तरह के लेख लाते रहेंगे पोस्ट को पूरा पढ़ने के लिए धन्यवाद।

 

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