डेंगू एक वायरस के कारण होता है जो मच्छरों द्वारा इंसानों में जाता है,और इस तरह से डेंगू बुखार हो जाता है, आज हम इस ब्लॉग के माध्यम से यह जानेंगे कि क्या डेंगू छूने से फैलता है इससे कैसे बचें, (लक्षण, कारण, घरेलू उपचार और परहेज) क्या है डेंगू एक ऐसी बीमारी है जिससे हर साल लगभग बहुत से लोगों की मृत्यु हो जाती है।
यह एडीस नामक मच्छरों के काटने से फैलता है, डेंगू के बारे में हम आपको बता दें कि डेंगू का मच्छर ज्यादातर सुबह और शाम को काटता है।
डेंगू का मच्छर सभी मच्छर नहीं होते हैं, अगर कोई मच्छर डेंगू के मरीज को काट लेता है तो उसके शरीर का वायरस उस मच्छर में आ जाता है और इस तरह से वह मच्छर जब दूसरे स्वस्थ व्यक्ति को काटता है तो उस स्वस्थ व्यक्ति में वह वायरस चला जाता है।
इस तरह से डेंगू फैलता है तो मच्छर के एक बार काटने से भी डेंगू होने की संभावना रहती है क्योंकि डेंगू का वायरस मच्छर के द्वारा शरीर में प्रवेश कर जाता है तो आज हम जानेंगे कि कैसे हम डेंगू से बचे रह सकते हैं।
उसके लिए हमें क्या करना चाहिए, क्या खाना चाहिए, अगर डेंगू हो जाता है तो हमारी रिकवरी जल्दी हो सके, इन सब बातों को आज हम जानेंगे
डेंगू बुखार के बारे में आपको बता दें कि डेंगू रोग की संभावना 10 साल से कम उम्र के बच्चों में सबसे अधिक रहती है।
इसलिए डेंगू का इलाज करना बहुत ही जरूरी हो जाता है अगर समय से इलाज नहीं होता है तो मृत्यु होने की संभावना ज्यादा होती है।
डेंगू के कारण हर साल 6 से 30% तक बच्चों की मौत हो जाती है और डेंगू अगर आप किसी को भी हो जाता है। इसके लिए जो घरेलू उपचार बताए जाएंगे उसके साथ- साथ डॉक्टर से फौरन मिलना चाहिए।
तो सबसे पहले आप कैसे जानेंगे कि डेंगू हो गया है उस बात को भी हम यहां पर बताएंगे और साथ में अन्य बातों की भी चर्चा की जाएगी,
उसकी रोकथाम कैसे की जाएगी इस पर भी बात होगी तो सबसे पहले जानते हैं कि डेंगू आखिर है क्या
डेंगू क्या है एक परिचय | what Is Dengue
डेंगू एक संक्रमण की बीमारी होता है, यह मादा एडीज के काटने से होता है, डेंगू के बारे में ऐसा कहा जाता है कि यह हड्डी तोड़ बुखार है इससे पीड़ित जो भी मनुष्य होता है या व्यक्ति होता है उसमें बुखार बहुत तेज होता है।
उस बुखार की अवस्था में बहुत ज्यादा आपको जोड़ों में दर्द महसूस होगा, सिर में दर्द होगा, आंखों के पीछे दर्द, उल्टी और मिचली महसूस होता है।
यह लक्षण है जो कि डेंगू बुखार में दिखाई देते हैं और थोड़ी भी लापरवाही मरीज के साथ अगर इसमें की जाती है तो स्थिति बहुत खराब हो सकती है और यह जानलेवा भी हो सकता है।
इस बीमारी में जो भी ग्रसित व्यक्ति होते हैं, उनके प्लेटलेट्स कम होने लगते हैं, डेंगू के जो भी मरीज होते हैं उनके खान–पान पर ज्यादातर ध्यान देना चाहिए।
इन बातों को हम यहां पर जानेंगे कि डेंगू में हमें क्या खाना चाहिए, क्या नहीं खाना चाहिए, इसकी चर्चा हम आगे करेंगे
डेंगू के वायरस के बारे में हम आपको बता दें कि इसका वायरस चार प्रकार का होता है और कोई भी एक वायरस के काटने से डेंगू किसी को भी हो सकता है और इसका जो मेन माध्यम होता है वह मच्छर होता है।
कुल मिलाकर के मच्छर के द्वारा ही यह एक स्वस्थ व्यक्ति में जाता है अगर यदि किसी व्यक्ति को एक बार डेंगू हो जाता है तो ठीक होने के बाद शरीर में उस वायरस के लिए एक विशेष एंटीबॉडी बन जाती है। जिस कारण शरीर में उस वायरस के प्रति रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ जाती है।
डेंगू से हमें बचना है तो हमें क्या करना होगा इसको जानना बहुत जरूरी है तो इससे पहले हम यहां पर यह जानेंगे कि डेंगू वायरस कितने प्रकार का होता है।
डेंगू वायरस के प्रकार | Types of dengue
डेंगू वायरस चार प्रकार के होते हैं और इसमें से किसी भी प्रकार से संक्रमण अगर हो जाता है तो पूरे जीवन में वह उस प्रकार के डेंगू वायरस से सुरक्षित हो जाता है।
क्योंकि इससे शरीर ग्रसित हो जाने से उस मनुष्य के शरीर में एंटीबॉडी बन जाती है, जिससे उस वायरस के प्रति रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाता है।
और इस तरह से वह आगे डेंगू वायरस से सुरक्षित हो जाता है लेकिन जब यह संक्रमण किसी स्वस्थ व्यक्ति में पहली बार होता है तो स्थिति काफी गंभीर हो जाती है उसके प्लेटलेट्स काउंट तेजी से गिरने लगते हैं।और थोड़ी भी लापरवाही खतरनाक साबित हो सकती है।
अब हम बात करते हैं डेंगू की क्या पहचान है कैसे जाने कि हमें डेंगू हुआ है या नहीं, जिसको भी बुखार हो रहा है क्या वह डेंगू का बुखार है आइए जानते हैं
डेंगू की पहचान कैसे करें | डेंगू का लक्षण क्या है |Dengue symptoms
सिर्फ डेंगू की पहचान या लक्षण देख कर ही आप यह नहीं कह सकते हैं कि डेंगू हो गया है इसके लिए आपको इन लक्षणों को पहचानने के बाद खून की जांच करानी होगी और खून की जांच के बाद ही यह पता चलता है कि यह बुखार डेंगू का है।
डेंगू वायरस से अगर कोई संक्रमित हो जाता है तो 3 से 14 दिनों में ही यह लक्षण उस व्यक्ति में दिखने लगते हैं, ज्यादातर संभावना रहती है कि 4 से 7 दिनों में ही लक्षण संक्रमित व्यक्ति में दिखना शुरू हो जाता है।
डेंगू वायरस अगर किसी स्वस्थ व्यक्ति को काटता है तो खून में वह फैल जाता है, खून में फैलने के बाद 1 घंटे के बाद ही जोड़ों में दर्द शुरू हो जाता है।
इसके साथ ही 104-105 डिग्री बुखार होने की संभावना रहती है। ब्लड प्रेशर में भी असामान्य स्थिति देखने को मिलता है।
इसके बाद जो चढ़ा हुआ बुखार है वह कम हो जाता है और पसीना आने लगता है जब ऐसा होता है कि रोगी पहले से अच्छा महसूस करता है
लेकिन यह स्थिति ज्यादा देर तक नहीं रहती है कुछ देर के बाद पुनः बुखार बढ़ने लगता है और पूरे शरीर में लाल दाने दिखने लगते हैं।
छोटे- छोटे लाल दाने दिखने लगते हैं तो आपको सतर्क हो जाने की जरूरत है, यह लाल दाने डेंगू का प्रमुख लक्षण है जो कि डेंगू होने पर संक्रमण व्यक्ति में नजर आते हैं।
और पढ़ें-
कैसे दूर करें मास्क से होने वाली एलर्जी
डेंगू बुखार का कारण क्या है | Reason of dengue fever
डेंगू बुखार के बारे में अब तक तो आपने जाना कि डेंगू क्या है, क्यों होता है, कैसे होता है। अब हम यहां पर बात करेंगे कि डेंगू बुखार होने का क्या कारण क्या है
डेंगू बुखार एक प्रकार का संक्रमण है जो डेंगू वायरस के कारण होता है और यह डेंगू वायरस मच्छर फैलाते हैं।
डेंगू बुखार को हड्डी तोड़ बुखार के नाम से भी जाना गया है और इससे जो भी इंसान परेशान होता है उसको बहुत अधिक दर्द होता है ।
जैसे ऐसा लगता है कि उनके शरीर की हड्डियां टूट गई हो इसलिए डेंगू का इलाज समय पर कराने की सलाह दी जाती है।
डेंगू बुखार के समय प्लेटलेट्स की संख्या बहुत तेजी से कम होने लगती है जिसकी वजह से व्यक्ति बहुत ही कमजोर हो जाता है। डेंगू होने पर व्यक्ति को खड़े होने में भी कमजोरी महसूस होती है।
थोड़ी सी भी लापरवाही इसमें जानलेवा हो सकती है इस रोग के वाहक एडीज मच्छर होते हैं।
डेंगू बुखार के अन्य नाम
डेंगू बुखार के अन्य नाम डेंगी, डेंगू बुखार, डेंगू फीवर इसके साथ ही डेंगू ज्वर के नाम से भी जाना जाता है।
और एक अन्य नाम इसका जो कि बहुत ही कामन नाम है, हड्डी तोड़ बुखार का भी इसको नाम दिया गया है।
इसमें हड्डियों में बहुत ही दर्द होता है। इस बुखार से हड्डियों में बहुत ही दर्द होता है लगता है जैसे शरीर की हड्डियां टूट गई हो। यह बुखार मरीज को बहुत ही कमजोर असहाय बना देता है।
अब आगे हम जानेंगे कि डेंगू होने पर क्या खाना चाहिए, क्या नहीं खाना चाहिए आइए जानते हैं डेंगू बुखार से जल्द रिकवरी के लिए क्या खाएं और किन चीजों से परहेज करें
डेंगू बुखार से जल्द रिकवरी के लिए क्या खाएं
वेजिटेबल जूस पीना चाहिए
डेंगू बुखार से बचने के लिए ताजी हरी सब्जियों का जूस पीना चाहिए।क्योंकि ताजी सब्जियों में पोषक तत्व पाए जाते हैं।
साथ ही बहुत सारी हरी सब्जियों में विटामिन सी की अधिकता होती है। सब्जियों का जूस पीने से एक तो रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्यून सिस्टम सही रहता है
इसके साथ ही यह डेंगू के बुखार से बचने में मदद करता है, आप चाहे तो इसमें ऊपर से नींबू का रस भी मिला सकते हैं।
और पढ़ें-
डेंगू होने पर हर्बल चाय का सेवन करें
हर्बल चाय को आयुर्वेद में औषधि की तरह से बताया गया है इसमें बहुत सारे गुण पाए जाते हैं और यह हमारे सेहत के लिए काफी फायदेमंद भी है
इसके लिए आप दालचीनी और अदरक युक्त हर्बल चाय को बना कर पी सकते हैं
और इसमें तुलसी, काली मिर्च, लौंग भी मिलाया जा सकता है। हर्बल चाय को पीने से हमारे शरीर में मन मस्तिष्क में ताजगी महसूस होती है।
डेंगू से बचने के लिए नीम के पत्ते का करें इस्तेमाल
डेंगू हो जाने पर नीम के पत्ते का इस्तेमाल करना चाहिए। अगर आप इसको कच्चा खा सकते हैं तो दो चार पत्ती के तोड़कर 15 दिन आप खाइए क्योंकि नीम औषधीय गुणों से युक्त होता है।
ताजी पत्तियां बहुत ही लाभदायक है। डेंगू के मरीज के लिए हो सके तो आप नीम के पत्तों का जूस भी पी सकते हैं तो और अधिक आपको फायदा मिलेगा इसके सेवन से संक्रमण को कंट्रोल करने की जल्दी क्षमता पाई जाती है।
हल्दी दूध डेंगू के मरीज को सेवन करना चाहिए
अगर कोई डेंगू का रोगी है तो उसे हल्दी दूध पीना चाहिए वैसे भी हल्दी दूध के बारे में बताया गया है कि फ्लू, सर्दी ,खांसी, जुकाम को दूर करने में हल्दी दूध काफी सहायक होता है।
अगर आप हल्दी दूध नहीं पी सकते हैं तो यहां पर हम आपको बता दें कि हल्दी भी बहुत ही गुणकारी होता है तो केवल आप हल्दी पानी का भी सेवन कर सकते हैं यह भी आपको फायदा देगा।
डेंगू होने पर आंवला का जूस देता है फायदा
किसी को भी अगर डेंगू बुखार हो जाता है तो ऐसे में आंवले के जूस का सेवन कर सकते हैं
क्योंकि आंवले में विटामिन ए और विटामिन सी पाया जाता है जो कि प्लेटलेट्स को बढ़ाने में सहायक होता है।
और इसके साथ ही साथ इसमें एंटीऑकसिडेंट के गुण भी पाए जाते हैं आंवले के सेवन से हमारा इम्यून सिस्टम मजबूत होता है।
इससे हम रोगों से लड़ने में सक्षम होते हैं इसलिए अगर डेंगू का बुखार किसी को हो जाता है तो उसमें आंवले का जूस देना काफी फायदेमंद है।
डेंगू से ग्रसित व्यक्ति को पपीते के पत्ते का जूस पीना चाहिए
अगर कोई व्यक्ति डेंगू से ग्रसित है तो उसको पपीते के पत्ते का जूस पीना चाहिए।
पपीते के पत्ते का जूस आपके इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है और इसके दिन में 2 बार सेवन करने से बहुत जल्दी प्लेटलेट्स में सुधार होते हैं पपीता का टैबलेट भी मिलता है उसका भी आप सेवन कर सकते हैं।
विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट पपीते के पत्ते में पाए जाते हैं इसका दिन में 2 बार सेवन करने से बहुत ही लाभ मिलता है।
डेंगू से ग्रसित व्यक्ति का प्लेटलेट्स अगर बढ़ाना है तो पपीते के पत्ते का जूस पीना चाहिए अब हम जानेंगे कि डेंगू में क्या परहेज करना चाहिए, किन चीजों से परहेज करना चाहिए या हमें क्या नहीं खाना चाहिए
दलिया का सेवन है फायदेमंद
डेंगू के मरीज को दलिया का सेवन करना चाहिए, इसमें उच्च फाइबर और पोषक तत्व पाया जाता है जो कि किसी भी बीमारी से जूझने की क्षमता देता है।
प्रोटीन का करें इस्तेमाल
डेंगू के मरीज के लिए प्रोटीन बहुत ही जरूरी हो जाता है इसलिए प्रोटीन युक्त चीजों को अपने आहार में शामिल करना चाहिए।
इसके लिए रोगी को दूध और डेयरी उत्पाद का सेवन जरूर करना चाहिए और ज्यादा से ज्यादा मात्रा में पानी पीना चाहिए क्योंकि इन मरीजों का गला सूखने लगता है।
डेंगू के मरीज को बकरी का दूध जरूर देना चाहिए चाहे 100 ग्राम ही क्यों ना मिले बहुत ही फायदा करता है।
किन चीजों से परहेज करें या डेंगू होने पर क्या नहीं खाना चाहिए
तली- भुनी चीजों से दूरी बनाएं
डेंगू का मरीज है जिसे डेंगू हो चुका है तो उसे आयली और फ्राइड फूड से दूर रहना चाहिए। इन चीजों से जितना दूरी बनाएंगे उतना ही यह आपके लिए लाभकारी रहेगा।
फास्ट फूड जंक फूड का सेवन न करें
अगर किसी को डेंगू हो गया है डेंगू का बुखार हो गया है तो ऐसे मरीजों को फास्ट फूड जंक फूड का सेवन बिल्कुल नहीं करना चाहिए यह आपके प्लेटलेट्स को बढ़ाने के बजाय घटाने लगेगा।
तीखे और चटपटे चीज बिल्कुल न खाएं
जब किसी को कोई भी बुखार होता है तो ऐसे में फास्ट फूड खाने को मन करता है।
लेकिन तीखा और चटपटा चीज से डेंगू के बुखार के मरीजों को दूर रहना चाहिए इससे आपकी परेशानी और बढ़ सकती है।
हल्का और सुपाच्य आहार लेना चाहिए
डेंगू होने पर गरिष्ठ भोजन से परहेज करना चाहिए अपने आहार में हल्का और सुपाच्य भोजन को ही प्राथमिकता देना चाहिए।
मांसाहार भोजन से रहें दूर
डेंगू से ग्रसित व्यक्ति को मांसाहारी भोजन नहीं करने की सलाह दी जाती है क्योंकि इसमें काफी विषाक्त तत्व होते हैं
जो व्यक्ति के शरीर को और भी बीमार बनाते हैं और आसानी से यह भोजन नहीं पचता है जिससे पेट की समस्या भी हो जाती है।
और पढ़ें –
हीमोग्लोबिन बढ़ाने के आसान घरेलू उपाय| शरीर में खून की कमी के लक्षण और उपचार
भोजन का इस्तेमाल करें
डेंगू के से ग्रसित व्यक्ति को शाकाहारी भोजन करने की सलाह दी जाती है क्योंकि यह अधिक सुपाच्य होता है
और काफी अधिक पोषक तत्व हमारे शरीर को इससे मिलता है इसलिए डेंगू से बीमार व्यक्ति को शाकाहारी भोजन का ही इस्तेमाल करना चाहिए।
डेंगू होने पर डॉक्टर के पास कब जाएं
जब किसी व्यक्ति को डेंगू के लक्षण अपने शरीर में दिखने लगते हैं और इसके साथ ही उस व्यक्ति को तेज बुखार आता है
और तेज बुखार के साथ-साथ बदन दर्द, जी मिचलाना, भूख की कमी यह सब दिक्कत दिखने लगती है तो ऐसे में डेंगू की पुष्टि के लिए आपको तुरंत चिकित्सक के पास जाना चाहिए।
डेंगू की जांच करवानी चाहिए। डेंगू की जांच के बाद ही पता चलता है कि मरीज को डेंगू हुआ है या नहीं हुआ है।
इसलिए इन लक्षणों को देखकर के फौरन डॉक्टर के पास जाना चाहिए।
डेंगू बुखार से बचाव के लिए घरेलू उपचार
डेंगू बुखार से बचाव के लिए बहुत से घरेलू उपाय हैं जिनको कि हम बताने जा रहे हैं उससे पहले यह बता दें कि आप डेंगू के जो मच्छर हैं उसको नजरअंदाज नहीं करें
क्योंकि इन्हीं मच्छरों के काटने से यह जानलेवा बीमारी होती है और जब डेंगू का मच्छर किसी स्वस्थ व्यक्ति को काटता है तो ऐसी में इम्यूनिटी बहुत तेजी से कम हो जाती है
इम्यूनिटी कमजोर हो जाने से हमारे शरीर में तेजी से वायरल फीवर होने लगता है। इस दौरान बहुत सारे उपाय किए जाते हैं दवाइयों के द्वारा अन्य उपाय किए जाते हैं
लेकिन अगर डेंगू का वायरस आपके शरीर में है तो यह आसानी से नहीं जाता है यह मादा एडीज इजिप्ट मच्छर के काटने से होता है।
इसमें थोड़ी सी भी लापरवाही जानलेवा साबित हो सकती है। इसलिए डेंगू के मच्छरों को आप हल्के में लेने की गल्ती न करें आइए जानते हैं डेंगू बुखार के लिए घरेलू उपचार क्या है
डेंगू बुखार के इलाज में नीम है लाभकारी
नीम औषधीय गुणों से युक्त होता है जैसा कि हम सभी जानते हैं कि औषधीय गुणों से युक्त एक पौधा है, इसका हर भाग काफी गुणकारी होता है
नीम के पत्तों का रस अगर डेंगू से पीड़ित व्यक्ति को खिलाया जाता है तो इससे प्लेटलेट्स और सफेद रक्त कोशिकाओं की संख्या में वृद्धि होने लगती है
और यह आपके प्रतिरक्षा प्रणाली है उसमें भी मजबूती लाता है, इम्यून सिस्टम को सुधार करता है।
जौ है डेंगू में फायदेमंद
जौ डेंगू में बहुत ही फायदेमंद है जिसके लिए आप चाहे तो इसे सीधे भी खा सकते हैं, इससे प्लेटलेट्स की संख्या में तेजी से वृद्धि होती है।
डेंगू के बुखार के समय में प्लेटलेट्स काफी कम हो जाता है अगर जौ के घास का आप सेवन करते हैं तो आपको बहुत ही फायदा मिलेगा।
चुकंदर का सेवन डेंगू में लाभदायक
चुकंदर का सेवन डेंगू बुखार में काफी लाभदायक होता है इससे रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
दो से तीन चम्मच चुकंदर के रस को गाजर के रस में मिलाकर के पिएं तो इससे प्लेटलेट्स तेजी से बढ़ता है।
एलोवेरा से डेंगू का उपचार
एलोवेरा जो की बहुत सारी औषधीय गुणों से युक्त होता है अगर किसी को डेंगू हो गया है तो डेंगू बुखार के लिए एलोवेरा से इलाज कर सकते हैं।
एलोवेरा से डेंगू में इलाज के लिए आपको दो से तीन चम्मच एलोवेरा का रस पानी में मिलाकर के रोज पीना चाहिए, इससे डेंगू के साथ-साथ बहुत सारी बीमारियों से आप बचे रह सकते हैं।
डेंगू बुखार में मेथी से उपचार home remedies for dengue treatment from dengue symptoms methi
मेथी के पत्ते बुखार के लिए लाभदायक माने गए हैं इसके लिए शरीर में अगर दर्द होता है तो इसका सेवन करना चाहिए।
यह डेंगू बुखार के लक्षणों को नियंत्रित करने में काफी सहायक है इसका अच्छा घरेलू उपचार है।
गिलोय से डेंगू का इलाज home remedies for dengue treatment from giloy in Hindi
बुखार के लिए गिलोय बहुत ही अच्छा माना जाता है यह एक जड़ी बूटी है और इससे रोग प्रतिरोधक क्षमता काफी मजबूत हो जाता है,उसमें सुधार होता है।
शरीर की संक्रमण के विरुद्ध रोगों से लड़ने की क्षमता में गिलोय का सेवन से वृद्धि होती है।
इसके लिए गिलोय के तने को उबालकर उसका काढ़ा पीना चाहिए यह डेंगू के बुखार में काफी लाभदायक होता है।
डेंगू का मच्छर कैसा होता है
डेंगू का मच्छर अन्य मच्छरों से कुछ अलग होता है इनके शरीर पर चीते जैसी धारियां होती है।
इसके साथ ही यह ज्यादा ऊपर नहीं उड़ पाता है और यह मच्छर ज्यादातर सुबह के समय काटते हैं।
मादा एडीज मच्छर के काटने से डेंगू होता है। किसी भी मच्छर से बचने का अच्छा उपाय है कि आप फुल बाजू का कपड़ा पहनें
फुल आस्तीन का कपड़ा पहने और नीचे भी आप पूरा पैर ढके हुए कपड़े पहनें उसके साथ ही रात को सोने के लिए मच्छरदानी का प्रयोग जरूर करें।
अगर समय रहते इसका उपचार न किया गया तो यह जानलेवा भी हो सकता है।
डेंगू की सबसे गंभीर अवस्था कौन सी होती है
डेंगू की सबसे गंभीर अवस्था वह होती है जब व्यक्ति में डेंगू के कारण रक्त स्राव होने की संभावना बढ़ जाती है।प्लेटलेट्स की संख्या बहुत ही ज्यादा कम हो जाता है यह डेंगू के कारण पैदा होने वाला बहुत ही गंभीर समस्या है।
डेंगू का बुखार कितने दिनों तक रहता है
डेंगू का बुखार लगभग 5 से 10 दिनों तक रहता है और सामान्यत: रोगी ठीक होने लगता है इसमें शरीर पर लाल दाने, रेसेज हो जाते हैं, लाल गुलाबी दाने निकलते हैं। चेहरे गर्दन तथा छाती पर दानों की संख्या बढ़ जाती है ऐसे में डेंगू का बुखार होने की संभावना ज्यादा होती है यह पहचान है डेंगू के बुखार में शरीर पर लाल दाने हो जाते हैं और बुखार बहुत तेज होता है।
डेंगू में क्या क्या खाते हैं
डेंगू बुखार होने में पपीते के पत्ते का जूस पीना चाहिए। वेजिटेबल जूस पीजिए, हर्बल चाय पी सकते हैं,चिकन का सूप लिया जा सकता है, नीम के पत्तों का जूस पीएं, हल्दी दूध पीना चाहिए।अगर हल्दी दूध न पी सके तो हल्दी में पानी मिलाकर के ही इस्तेमाल करें, आंवला जूस पीएं यह सभी बहुत ही फायदेमंद है इसके अलावा हरी सब्जियों का सेवन करें ज्यादा से ज्यादा मात्रा में पानी पीएं क्योंकि डेंगू के मरीज का मुंह और गला सूखने लगता है।
डेंगू के रोकथाम के लिए क्या करें
डेंगू न हो इसके रोकथाम के लिए आपको अपने आसपास पानी को इकट्ठा नहीं होने देना है।इसके साथ ही आपके घरों के गमलों में अगर पानी है तो उसे साफ करें किसी भी बर्तन में पानी इकट्ठा करके न रखें उसे बदलते रहें।लंबे समय तक अगर कुलर का इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं फ्रिज का इस्तेमाल में होने वाले पानी को बदलते रहे कूलर में इस्तेमाल होने वाले पानी को निरंतर बदलेंहो सके तो कूलर को बिना पानी के ही चलाएं क्योंकि इसमें डेंगू के मच्छर पनप सकते हैं और डेंगू फैल सकता है।
डेंगू बुखार कितने दिन में ठीक होता है
डेंगू बुखार लगभग 5 से 7 दिनों में ठीक हो जाता है अधिकतर मामलों में डेंगू बुखार साधारण बुखार की तरह होता है। लेकिन यह काफी गंभीर अवस्था में होता है इसमें प्लेटलेट्स गिरने लगते हैं जो एक गंभीर स्थिति होती है ऐसे में आपको काफी सतर्क रहने की जरूरत है और डॉक्टर से फौरन संपर्क करना चाहिए।
और पढ़ें-
बवासीर का घरेलू इलाज( कारण,नुस्खे, उपचार) |Bawaseer ka(karan, nuskhe,ilaj) gharelu upchar
डेंगू हो जाए तो क्या करना चाहिए
अगर डेंगू हो जाए तो इसके लिए नारियल पानी खूब पीना चाहिए। तुलसी के पत्तों को पानी में उबालकर के पीना चाहिए डेंगू बुखार में मेथी की पत्तियों को उबाल करके उसका चाय बना कर पीना चाहिए।पपीते के पत्ते भी काफी लाभकारी होते हैं तो पपीते के पत्ते का जूस बना करके पीना चाहिए काफी लाभ मिलता है।
बुखार आने पर ठंड क्यों लगने लगती है
बुखार आने पर प्रतिरक्षा प्रणाली हमारे शरीर में उन रसायनों को जारी करती है।जो हाइपोथैलेमस को आपके शरीर में उच्च तापमान पर रिसेट कर देती है यही वजह है की आप ठंडा महसूस करने लगते हैं।और कपकपी शुरू हो जाती है क्योंकि बुखार में प्रतिरक्षा प्रणाली पहले से ही कमजोर होता है ऐसे में जब हम किसी संक्रमण के संपर्क में आते हैं तो हमारे शरीर में उस संक्रमण के रसायन उत्पन्न होने लगते हैं और हमें कंपकंपी होने लगती है।
क्या बुखार में दूध पी सकते हैं
बुखार में दूध पीने की जब बात आती है तो वहां पर हम आपको बता दें कि बुखार में दूध को पीना चाहिए। दूध दवाओं के सेवन से होने वाली गर्मी को भी शांत करता है,इसके साथ ही मलेरिया, सामान्य बुखार, निमोनिया, शारीरिक दुर्बलता, जलन, बवासीर, मिर्गी मानसिक रोग,जोड़ों का दर्द, हड्डियों का दर्द, ह्रदय संबंधी रोग, कोई भी रोग हो अगर उसमें दवाओं का सेवन होता है तो ऐसे में दूध का सेवन जरूर करना चाहिए क्योंकि दूध दवाओं से उत्पन्न होने वाली गर्मी को कम करने में सहायक होता है।
मच्छर ज्यादा क्यों काटते हैं
मच्छर ज्यादा उन लोगों को काटते हैं जिनके शरीर में आईसोल्यूसिन की मात्रा होती है क्योंकि मच्छर ज्यादा काटने के पीछे एक कारण आईसोल्यूसिन का होना बताया जाता है।और फीमेल यानी मादा मच्छर को जिंदा रहने के आईसोल्यूसिन की जरूरत होती है।यही वजह है कि जिन लोगों में आईसोल्यूसिन ज्यादा पाया जाता है उन लोगों में उन लोगों को मच्छर ज्यादा काटता है।इसीलिए लोग ऐसा कहते हैं कि कुछ लोगों को मच्छर ज्यादा काटता है और जबकि कुछ लोगों को मच्छर कम काटते हैं।
डेंगू की जांच कितने रुपए में होती है
डेंगू की जांच के नाम पर तो वैसे लैब सहायक जगह-जगह डेंगू किट का इस्तेमाल करते हैं और डेंगू के बाजार में दो प्रकार की उपलब्ध है एंटीबॉडी और एंटीजन के रूप में मिलती है और ₹250 की किट से एक जांच के नाम पर लगभग 1200 से 1400 मरीजों से वसूल लिया जाता है जो कि गलत है कहीं-कहीं तो मनमाना वसूली भी होती है।
डेंगू में बकरी का दूध कैसे पीते हैं
डेंगू के मरीजों को बकरी का दूध पीने की सलाह दी जाती है क्योंकि इसमें प्रोटीन गाय, भैंस की तरह नहीं होता है जबकि गाय भैंस के दूध में प्रोटीन काफी जटिल होता है इसी वजह से उसे पचाना मुश्किल होता है।जबकि बकरी का दूध आसानी से पच जाता है और साथ ही रक्त कणिकाओं की संख्या में यह काफी वृद्धि करता है
और इसमें फोलिक एसिड नामक एक आवश्यक विटामिन भी पाया जाता है जो कि शरीर के लिए जरूरी होता है इसी वजह से डेंगू के मरीज को बकरी का दूध पीने के लिए सलाह दिया जाता है
डेंगू में बकरी का दूध गर्म कर ले और उसके बाद उसका हल्का ठंडा हो जाए तो सेवन करें।लेकिन यहां पर हम आपको एक बात और बता देना चाहेंगे कि बकरी के दूध से डेंगू पीड़ित मरीज का अगर इलाज करना चाहते हैं अन्य किसी चीज पर ध्यान नहीं देते हैं तो यह आपका केवल भ्रम है कि केवल बकरी का दूध फायदेमंद है इसके साथ ही आपको इसके इलाज में और भी बातों की सावधानी बरतनी होगी।
क्या डेंगू छूने से फैलता है
डेंगू छूने से नहीं फैलता है, लेकिन डेंगू को संक्रामक कहा गया है इसलिए क्योंकि जब किसी डेंगू के मरीज को कोई साधारण मच्छर काटता है तो उसका वायरस मच्छर के शरीर में चला जाता है फिर वह मच्छर किसी स्वस्थ व्यक्ति को काटता है तो उसे डेंगू हो जाता है यह प्रक्रिया चलती रहती है जिससे डेंगू काफी बड़े स्तर पर फैल जाता है इस तरह से डेंगू को संक्रामक के रूप में लिया गया है।
और पढ़ें-
मासिक धर्म रुकने का कारण, लक्षण और घरेलू उपचार | Ruke huye Masik dhram ko lane ke gharelu upchar
बुखार में कौन सा फल खाना चाहिए
बुखार होने पर भोजन में चिकन सूप सब्जियों का सूप आदि काफी लाभकारी होता है। मांसाहारी भोजन से परहेज करना चाहिए और ब्राउन ब्रेड और अंकुरित अनाज का आपको सेवन करना चाहिए। अधिक मात्रा में केला और सेब का सेवन करें, इसमें काफी पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं। इन दोनों में पोटेशियम पाया जाता है जो कि इलेक्ट्रोलाइट है और इसके सेवन से दस्त की समस्या समाप्त हो जाती है बुखार में सेब बहुत फायदा करता है, सेब का सेवन कर सकते हैं।
डेंगू में कौन सा टेस्ट होता है
डेंगू में अधिकांश मामलों में 1 टेस्ट करवाया जाता है यह टेस्ट 5 दिनों में ही करवाया जाता है जबकि एक अन्य टेस्ट भी होता है एलाइजा टेस्ट इसमें अधिक समय लगता है।
डेंगू बुखार की पहचान क्या है
डेंगू बुखार होने पर अन्य बुखार से अलग लक्षण होता है इसमें आंखों में तेज दर्द होता है आंख और नाक से खून आने के भी लक्षण दिखने लगते हैं। इसके अलावा त्वचा में लाल धब्बे पड़ जाते हैं।यह डेंगू की खास पहचान है और इसमें मरीज को बुखार के साथ कमजोरी भी होने लगता है क्योंकि शरीर से प्लेटलेट्स तेजी से कम होने लगते हैं।
डेंगू का देसी इलाज क्या है
डेंगू के उपचार के घरेलू नुस्खों के बारे में तो ऊपर आपको बहुत सी जानकारी दी गई है लेकिन यहां पर हम कुछ संक्षेप में बता देना चाहते हैं कि विटामिन सी युक्त पदार्थों का सेवन करने से रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होती है
हल्दी के बारे में तो आप सभी जानते हैं कि हल्दी एक एंटीबायोटिक औषधि है और इसके नियमित सेवन से हम डेंगू से बचे रह सकते हैं इसके साथ ही अन्य उपाय भी है जिसमें तुलसी को उबाल कर शहद के साथ सेवन कर सकते हैं।नीम के पत्ते का सेवन करिए , पपीते का सेवन करिए एलोवेरा का सेवन करिए इस से डेंगू से बचे रहने में काफी मदद मिलती है।
डेंगू से संबंधित पूछे जाने वाले प्रश्न
क्या डेंगू के मरीज घर पर ठीक हो सकते हैं
हां डेंगू के मरीज घर पर भी रहकर ठीक हो सकते हैं डॉक्टर के संपर्क में रहकर घर पर डेंगू का इलाज किया जा सकता है उसके लिए खान-पान का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
डेंगू बुखार कितने दिन में ठीक हो जाता है
डेंगू बुखार 4 से 12 दिनों तक रहता है इसके बाद धीरे-धीरे ठीक होने लगता है अगर रोगी के खान-पान पर विशेष ध्यान रखा जाए।
डेंगू बुखार होने पर कौन सा पानी पीना चाहिए
डेंगू बुखार होने पर नारियल पानी पीने की सलाह दी जाती है
क्या डेंगू में नहाना चाहिए
डेंगू बुखार से संक्रमित व्यक्ति स्नान कर सकते हैं ज्यादा देर तक नहीं नहाना चाहिए हल्का गर्म पानी से नहाना चाहिए ठंडे पानी से नहाने से बचना चाहिए
Final word
डेंगू बुखार के ऊपर लिखा गया यह ब्लॉग उम्मीद है कि आपके लिए काफी ज्ञानवर्धक रहा होगा यह सभी सुझाव सामान्य जानकारी के लिए है बीमारी की स्थिति में डॉक्टरी सलाह जरूर लें हम आगे भी इसी तरह के ज्ञानवर्धक, स्वास्थ्यवर्धक में लाते रहेंगे पोस्ट को पढ़ने के लिए धन्यवाद।
Desclaimer
यह लेख आपकी जानकारी के लिए शेयर किया गया है आपसे विनम्र निवेदन है कि कोई भी घरेलू उपचार अपनाने से पहले डॉक्टर से संपर्क जरूर करें धन्यवाद।
डेंगू बुखार कैसे ठीक करें डेंगू बुखार के कारण लक्षण डेंगू बुखार से बचाव के उपाय health vishesh