एयर कंडीशनर से शरीर हो रहे हैं जाम A.C की ठंडी हवा दे रही है मांसपेशियों में दर्द

एयर कंडीशनर से शरीर हो रहे हैं जाम A.C की ठंडी हवा दे रही है मांसपेशियों में दर्द

 

गर्मियों से राहत देने वाला A.C हमारे शरीर के लिए किस तरह नुकसानदायक है यह जानना जरूरी है नित्य प्रतिदिन तापमान बढ़ता जा रहा है और एयर कंडीशनर का पर ऐसा महसूस होता है कि तापमान  कम हो रहा है।

होता क्या है कि दिन में ज्यादातर लोग 16 और 18 का तापमान सैट रखते हैं अब दिन के साथ-साथ रात भी गर्म हो रही है इसलिए रात को भी एसी का तापमान कम रखा जा रहा है।

अगर कम तापमान में आप रहते हैं हमेशा तो आपकी मांसपेशियों के लिए यह काफी नुकसानदायक है इससे आपकी मांसपेशियों में जकड़न हो जाता है।

जोड़ आपके जाम होने लगते हैं मांसपेशियों में ऐंठन होना शुरू हो जाता है इसे जानना सभी को जरूरी है लिए इसको पूरी डिटेल में जानते हैं

शरीर का तापमान 31 डिग्री के आसपास रहता है जबकि बाहर का तापमान 42 डिग्री के करीब चल रहा है ज्यादातर घरों में तापमान वृद्धि के साथ शरीर को ठंडा रखने के तरह-तरह के उपाय किए जा रहे हैं।

 जिसमें कूलर और एसी प्रमुख रूप से है एसी में होता क्या है कि तापमान कम रखा जाता है जो कि ज्यादा नुकसानदायक है। ⅚,

एयर कंडीशन का तापमान 16 से 20 रखने की जरूरत पड़ जाती है क्योंकि बाहरी तापमान बहुत ज्यादा है और दोपहर में गर्म हुई छतों और दीवारों से मुकाबला कर सके

इसलिए भी एअर कंडीशन का तापमान 16 से 20 रखा जाता है बहुत से ऐसे दिन होते हैं जहां पर रातों का तापमान भी ज्यादा बढ़ जाता है

ऐसे में 28 से 30 डिग्री सेल्सियस के बीच जो तापमान चल रहा है वह आपके लिए सही है रात को एयर कंडीशनर का तापमान 20 से लेकर 22 तक रखा जा रहा है इसी तापमान में लोग सो जाते हैं।

जबकि तापमान लगातार कम होने से देर रात को मांसपेशियां आपकी कठोर हो जाती है जैसे ही आप सुबह उठते हैं तो आपको आपका शरीर जाम सा लगता है

पैरों और कंधों पर यह अधिक महसूस होता है कई बार जोड़ों में भी तेज दर्द की शिकायत आ जाती है।

इन दिनों या दिक्कत काफी तेजी से बढ़ रही है फिजिशियन से होते हुए मरीज ऑर्थोपेडिक तक पहुंच रहे हैं। ऑर्थो डॉक्टर की माने तो इन मरीजों में विटामिन ई की कमी हो जाती है।

 ऐसे लोगों की मांसपेशियां कई बार फट भी जाती है शरीर में बहुत दर्द होता है।

 कम तापमान में अगर आप सोते हैं तो यह एक बड़ा कारण है कई बार अधिक तापमान में अगर आप बाहर जाते हैं तो मांसपेशियों का गणित गड़बड़ा जाता है।

ऐसे में 24 से 28 तक आपको एसी का पारा रखना चाहिए फिजिशियन के अनुसार रात में एयर कंडीशन का टेंपरेचर 24 से अधिक होना चाहिए। इसे अधिकतम 28 तक आप रख सकते हैं

लेकिन किसी भी दशा में ऐसी की सीधी हवा शरीर पर नहीं लगनी चाहिए  इसका फ्लो पंखे की ओर रखना चाहिए 

पंखे से टकराकर हवा पूरे कमरे को ठंडा करेगी सीधी हवा शरीर पर लगने से मांसपेशियां सख्त हो जाती है।

फ्लकचुएशन से भी दर्द होता है

 इस सीजन में शरीर को कई बार बदले हुए तापमान से गुजरना पड़ता है जैसे बाहर से आप आते हैं तो 42 डिग्री के तापमान से आते हैं और घर में आने पर आपको 20 डिग्री के आसपास का तापमान मिलता है तो यह भी आपके शरीर के लिए बहुत ही नुकसानदायक है।

रात को सोते समय यह तापमान और भी कम हो जाता है ऐसी स्थिति को टेंपरेचर का उतार चढ़ाव कहते हैं यह हमारे शरीर के लिए नुकसानदायक है

जब शरीर ऐसी स्थिति से गुजरता है तो मांसपेशियों में दर्द होने लगता है

  A.C की फ्रीआन गैसे कैसे आपके लिए नुकसानदायक है

एयरकंडीशन, रेफ्रिजरेटर में कूलेंट के लिए इस्तेमाल किए जाने वाला फ्रीआन गैस आपकी सेहत के लिए बहुत खतरनाक है

सांस के साथ अंदर जाने पर श्वसन के लिए यह नुकसानदायक है इन दिनों आर- 290 और आर-32 गैस का प्रयोग ज्यादा हो रहा है

इससे नाक और गले में दिक्कत हो सकती है एसी की सूखी हवा गले में सूखापन और जलन पैदा कर सकती है। इसे रायनाइटिस कहा जाता है

डॉक्टर का कहना है की ओपीडी में हर रोज 8 से 10 मामले ऐसे आ रहे हैं कि रात को एसी का तापमान कम करके सोने पर मांसपेशियां सख्त हो जाती है।

इसलिए तापमान में उतार चढ़ाव का विशेष ध्यान रखें डॉक्टर रजत कपूर ने कहा है कि इस क्रैंप की पहली स्टेज कहा जा सकता है

 कम तापमान में सोने से बॉडीएक जरूर हो रहा है सुबह उठने में दिक्कत शरीर में ऐंठन हो रही है

किसी भी पुरानी बीमारी के मरीज को ऐसी दिक्कतें ज्यादा हो सकती है पुराने मरीज अधिक ठंड में नहीं सोएं।

 

 

 

 

 

 

नोट खबरें गूगल सर्च से ली गई है किसी भी खबर का प्रयोग करने से पहले इसकी वैधानिक पुष्टि अवश्य कर ले यह लेख आपकी जानकारी के लिए शेयर किया गया है कोई भी उपाय करने से पहले एक बार डॉक्टर से संपर्क अवश्य करें धन्यवाद।

 

 

 

 

Leave a Comment