हों जाएं सावधान मोबाइल, लैपटॉप, कंप्यूटर के इस्तेमाल से हो रही है यह गंभीर बीमारी( सर्वाइकल पेन, लक्षण, कारण और उपचार) | Health vishesh | Cervical Pain Symptoms in Hindi

क्या आपको पता है जिस लैपटॉप, मोबाइल और कंप्यूटर का इस्तेमाल करते हैं कहीं उससे आपको कोई गंभीर बीमारी तो नहीं हो रही है।

 

 

इसका ज्यादा इस्तेमाल आपको कई बीमारियों की चपेट में ला सकता है और आपको उसका पता तब चलता है जब यह बीमारी काफी बढ़ जाती है आज हम ब्लॉग के माध्यम से इस गंभीर बीमारी की बात करेंगे कि हो जाएं सावधान मोबाइल लैपटॉप और कंप्यूटर के इस्तेमाल से हो रही है गंभीर बीमारी (सर्वाइकल पेन, लक्षण, कारण और उपचार)   

 

इसके अलावा जो लोग सिटिंग जॉब करते हैं उनमें भी यह समस्या देखने को मिलती है कहीं आप भी सर्वाइकल के शिकार तो नहीं हो रहे हैं।

 

 ज्यादा से ज्यादा इस समय मोबाइल, कंप्यूटर और लैपटॉप का इस्तेमाल हो रहा है, है और नतीजा है यह रहा है कि सर्वाइकल के केस बहुत ज्यादा आ रहे हैं 

 

इसके ज्यादा इस्तेमाल से सर्वाइकल होने की समस्या होती है तो आज हम सबसे पहले जानेंगे कि सर्वाइकल आखिर है क्या

 

सर्वाइकल क्या है

 

 

 

सर्वाइकल मोबाइल, लैपटॉप के ज्यादा इस्तेमाल से होने वाला एक रोग है और इसके साथ में जो सिटिंग जॉब करते हैं उनमें भी यह समस्या देखने को मिलती है।

 इस समय बहुत ज्यादा संख्या में सर्वाइकल की केस देखने को मिल रहे है क्योंकि लॉकडाउन का समय है और कंप्यूटर, लैपटॉप, मोबाइल का इस्तेमाल ज्यादा ही बढ़ गया है।

 

 छोटे हो या बड़े सभी को आज के समय में इसकी जरूरत हो गई है क्योंकि पढ़ाई भी आजकल सब कुछ ऑनलाइन हो रहा है।

 

इस वजह से भी मोबाइल आज की जरूरत बन गया है और लगातार मोबाइल के इस्तेमाल से गंभीर बीमारी के शिकार हो रहे हैं कि जब तक पता चलता है हमें हमारी बीमारी का तब तक काफी लेट हो चुका होता है।

 

 इसलिए जरूरी हो जाता है कि शुरू से ही हमें सतर्क रहना चाहिए आज के समय में सर्वाइकल पेन एक आम समस्या बन गया है

 

जिसे देखो उसे ही सर्वाइकल की शिकायत रहती है जो लोग घर बैठकर के काम करते हैं सिटिंग जॉब करते हैं उनमें भी यह समस्या देखने को मिलती है।

 

 आज के समय में सर्वाइकल एक ऐसी बीमारी के रूप में उभरा है जो बच्चे हों, बुढे हों, किसी भी उम्र के हों आसानी से लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है।

 

यहां तक हमने देखा है कि जो लोग सिटिंग जॉब करते हैं या बुजुर्ग हो गए हैं उनमें भी यह बीमारी आसानी से देखने को मिलती है।

 

  बच्चे भी इस समय मोबाइल, लैपटॉप का इस्तेमाल ज्यादा से ज्यादा कर रहे हैं क्योंकि सारा पढ़ाई का वर्क ही आनलाइन हो गया है इसलिए और भी दिक्कत आ रही है।

 

  इसके अलावा यह जो सीटिंग जॉब होती है वह भी सर्वाइकल के लिए पूरी तरह से जिम्मेदार है लोग घर या ऑफिस में बैठ कर के घंटों काम करते हैं। 

इस समय गर्दन का दर्द आम हो चुका है, चाहे औ भी उम्र है बच्चा है, बुढ़ा है इन सभी में सर्वाईकल का दर्द आसानी से मिल जाएगा।

 

वैसे यह बीमारी महिलाओं में बहुत ज्यादा देखने को मिल रही है,सर्वाइकल महिलाओं में ज्यादा होता है आजकल सर्वाइकल आम हो गया है।

 

बच्चे हो या बुढ़े लगभग सभी को यह बीमारी हो रहा है पहले सर्वाइकल की बीमारी बहुत कम लोगों में सुनने को मिलता था अब तो जैसे लगता है सर्वाइकल अपना पांव पसारता जा रहा है। 

 

  आजकल मोबाइल, लैपटॉप का इस्तेमाल इतना बढ़ गया है कि गलत तरीके से अपने शरीर को लंबे समय तक रखना या काम करना गर्दन दर्द का कारण है।

 

 गलत तरीके से बैठना, पीठ के बल बिस्तर पर लेटना और इसके साथ ही कोई भी शारीरिक गतिविधि नहीं करना

, मानसिक तनाव लेना इस बीमारी का कारण है इसलिए सर्वाइकल होना आज के समय में एक आम बात हो गया है

कंप्यूटर, मोबाइल पर लोग लंबे समय तक कार्य करते हैं तो ऐसे में इस बीमारी का यह बहुत बड़ा कारण हो जाता है अब हम बात करेंगे कि सर्वाइकल के लक्षण क्या है

 

 

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सर्वाइकल का लक्षण

सर्वाइकल पेन का लक्षण शुरुआत में दिखाई तो नहीं देता है लेकिन जैसे-जैसे धीरे-धीरे बीमारी हम को जकड़ लेती है

 

  हमें इसके लक्षण दिखाई देने लगते हैं अगर आपके शरीर में भी इस तरह के लक्षण दिख रहे हैं तो आप को सावधान हो जाना चाहिए

 

 और अपने रोग का उपचार करने की तरफ कदम बढ़ाना चाहिए आइए जानते हैं क्या है सर्वाइकल के लक्षण 

 

 

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मांसपेशियों में खिंचाव होना

अगर, गर्दन या हाथ पैर की मांसपशियों में किसी भी प्रकार का ऐठन होता है या खिंचाव होता है

आपको बेचैनी भी महसूस होती है तो यह सर्वाइकल का लक्षण होता है, इसमें आपको ज्यादा से ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है।

 और समय से इसके उपचार करने पर ध्यान देना चाहिए है।

 

हाथों में दर्द रहना, हाथ- पैरों में कमजोरी और सूजन के लक्षण दिखना

अगर आपके हाथ- पैरों में दर्द रहता है तो यह सर्वाइकल का लक्षण हो सकता है

 लेकिन साथ में आपको यह भी ध्यान रखना होगा कि ऐठन, सूजन और खिंचाव के साथ हाथ पैरों में कमजोरी आने से व्यक्ति थकान महसूस करने लगता है यह भी एक सर्वाइकल का लक्षण हो सकता है।

 

 संतुलन बनाए रखने में परेशानी

सर्वाइकल का एक बड़ा लक्षण यह भी होता है कि मरीज अपना संतुलन बनाए रखने में परेशानी महसूस करता है।

 

जैसे ही आगे की तरफ झुकता है या कोई कार्य करता है तो उसे दर्द महसूस होता है जिसकी वजह से वह कार्य को नहीं कर पाता है।

 

कंधों, हाथों में सुन्नपन

अगर आपके गर्दन में हल्का सा भी खिंचाव है और साथ में कंधे में और आपके हाथ में दर्द है, सुन्नपन है तो आप सतर्क हो जाएं आपको सर्वाइकल हो चुका है और इसका इलाज फौरन शुरू करना चाहिए।

 

गर्दन में अकड़न

अगर गर्दन आपकी अकड़ गई है इधर-उधर नहीं रहा हो और दर्द काफी हो तो यह लक्षण सर्वाइकल का होता है।

 

बाहों और पैरों में कमजोरी महसूस होना

 सर्वाइकल में बाहों और पैरों में कमजोरी महसूस होता है, यह सभी लक्षण सर्वाइकल स्पॉन्डलोसिस होने पर है।

 

चलने फिरने में दिक्कत महसूस होना

अगर आपको चलते फिरते समय गर्दन में खिंचाव या दर्द महसूस होता है तो यह सर्वाइकल की पहचान है  आपको इसके उपचार पर ध्यान देना चाहिए।

 

आंतों की स्थिति में परिवर्तन

सर्वाइकल में आपको एक विशेष बात का यह ध्यान रखना होगा कि अगर आपके आंतों की कार्यप्रणाली में किसी भी प्रकार का कोई भी परिवर्तन आता है

 तो यह परिवर्तन अगर लंबे समय से बना हुआ है तो इस स्थिति में संभावना है कि आपको सर्वाइकल हो सकता है।

 इसके लिए आप को फौरन सतर्क हो जाना चाहिए और डॉक्टर संपर्क जरूर करना चाहिए।

 अब बात करते हैं कि आखिर वह कौन से कारण हैं जिनकी वजह से सर्वाइकल हो जाता है, आखिर सर्वाइकल क्यों हो जाता है

 इस बात पर अब हम इस पर अब हम जानेंगे कि आखिर सर्वाइकल क्यों हो जाता है आइए जानते हैं

 

क्यों हो जाता है सर्वाइकल, सर्वाइकल होने का क्या कारण है

सर्वाइकल का सबसे बड़ा कारण अगर कोई है तो हमारे जीवन शैली में लाया गया बदलाव है इसके साथ और भी कई कारण होते हैं जिनकी वजह से हमें सर्वाइकल की समस्या हो जाते हैं।

 

गर्दन में चोट के कारण

कभी बचपन में आपको गर्दन में चोट लगी हो तो हो सकता है इसका असर यह हुआ कि भविष्य में आपको सर्वाइकल होने की संभावना हो सकती है।

 अगर वह चोट हाल फिलहाल में आपको लगा है तो उसका ट्रीटमेंट कराना चाहिए जिससे कि आगे भविष्य में सर्वाइकल की समस्या आपको न हो सके।

 

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गर्दन में दबाव या खिंचाव

बहुत बार ऐसा पाया गया है कि कभी-कभी अचानक से गर्दन में झटका या खिंचाव आ जाता है जिसकी वजह से गर्दन पर दबाव पड़ता है।

और उस वक्त तो हमें गर्दन में दर्द महसूस होता है लेकिन हम उसे नजरअंदाज कर देते हैं।

 

 जैसे भार उठाने का जो लोग काम करते हैं उस समय ज्यादातर होता यह है कि उनकी गर्दन में खिंचाव महसूस होता है लेकिन उस दर्द को नजरअंदाज करते हुए काम करते रहते हैं।

 इसका असर यह होता है कि आने वाले समय में उनको सर्वाइकल होने के चांसेस बढ़ जाते हैं तो यहां पर सर्वाइकल होने का यह बड़ा कारण है।  

और हम आपको बताना चाहेंगे कि जैसे ही गर्दन में दबाव या खिंचाव अगर आपको महसूस होता है तो आप पहले आराम करें, उसके बाद काम के बारे में सोचें।

 

 गलत सोने की प्रक्रिया

बहुत से लोग ठीक ढंग से नहीं सोते हैं, सही तरीका सोने का क्या है इसको जानते हुए भी शायद वह अंजान बने रहते हैं और गलत तरीके से सोते हैं।

 इसलिए जरूरी है कि आप अपने सोने के तरीकों पर ध्यान दीजिए कि आखिर आप किस तरीके से सोते हैं

 क्योंकि अगर आप गलत तरीके से सोते हैं हैं तो आपके लिए यह कष्टदायक हो सकता है।

आपको सर्वाइकल हो सकता है सर्वाइकल होने में एक बड़ा कारण गलत तरीके से सोना भी बताया गया है।

 गलत तरीके से जब आप सोते हैं तो आपकी रीढ़ की हड्डी पर दबाव पड़ता है और यह दबाव पीठ से  गर्दन पर पड़ता है और यही वजह है आप अपने सोने के शैली में परिवर्तन करें।

 

तनाव के कारण

क्या तनाव भी सर्वाइकल का एक बड़ा कारण हो सकता है तो यहां पर हम आपको बताना चाहेंगे कि हां तनाव सर्वाइकल होने का एक बड़ा कारण हो सकता है

 तनाव में व्यक्ति की शारीरिक शक्ति पर भी असर पड़ता है और इसकी वजह से उसे सर्वाइकल होने की संभावना ज्यादा है। इसलिए तनाव से भी आपको दूरी बनाना चाहिए। 

 

लगातार मोबाइल या लैपटॉप कंप्यूटर पर झुक कर के काम करना

जो लोग लगातार मोबाइल या लैपटॉप या कंप्यूटर का इस्तेमाल करते हैं और सही तरीके से बैठते नहीं हैं उनमें सर्वाइकल की समस्या जाती है।

 क्योंकि गर्दन आपका आगे की तरफ झुका रहता है और जब गर्दन झुका रहता है तो धीरे-धीरे आपके नसों में खिंचाव होता है।

और उसकी वजह से आपको भी नेक पेन जिसे कि सर्वाइकल कहते हैं शुरू हो जाता है और यह समस्या  हाथों तक पहुंच जाती है।

इसलिए कंप्यूटर और लैपटॉप का लगातार बीच-बीच में थोड़ी थोड़ी देर के लिए खड़े होकर आधे घंटे बाद काम को ब्रेक दें,

जिससे कि गर्दन झुकाने की जो प्रक्रिया है वह लगातार न होने पाए।

 

 सिटिंग जॉब

जो लोग सीटिंग जॉब करते हैं, ऑफिस में बैठकर घंटों काम करते रहते हैं, कंप्यूटर पर काम करते हैं तो ऐसे लोगों को सर्वाइकल होने के चांस ज्यादा रहते हैं।

 

महिलाओं में यह रोग होने की संभावना

महिलाओं में सर्वाइकल होने की संभावना ज्यादा रहती है  क्योंकि महिलाएं फिटिंग की ब्रा पहनती हैं और  कोई- कोई महिलाएं इतनी टाइट ब्रा पहनती हैं

जिस वजह से उनकी हड्डियों में खिंचाव होता है और उस खिंचाव के कारण भी सर्वाइकल पेन हो जाता है

 इसलिए जो ब्रा की पट्टी होती है इस बात का ध्यान रखें कि वह एक इंच ढ़ीली होनी चाहिए।

जिससे की वजह से आपकी नसों में खिंचाव न हो। खिंचाव होने से सर्वाइकल होने के चांसेस महिलाओं में ज्यादातर हो जाते हैं।

 

उसके अलावा महिलाएं ज्यादातर काम आगे झुक कर करती हैं, किचन में खाना बनाना हो, रोटी बनाना हो, सब्जी बनाना हो, सब में आगे झुकना पड़ता है

 

इस बात का ध्यान रखें जिन भी महिलाओं को गर्दन में हल्का भी दर्द होता है तो वह सतर्क हो जाएं क्योंकि यह दर्द आपके बांह तक पहुंच जाएगा पूरे कंधों धं लगेगा।

  आप अपनी पीठ को सीधा रखें और फिर काम करें इस बात का विशेष ध्यान रखें नहीं तो सर्वाइकल होने के चांसेस महिलाओं में ज्यादा बढ़ जाते हैं।

 

रीढ़ की हड्डी में खिंचाव

अगर आप की रीढ़ की हड्डी में खिंचाव महसूस होता है या कोई ऐसा कार्य करते हैं जिसमें ज्यादा आपको झुकना पड़ता है

 और लगातार यह प्रक्रिया चलती रहती है तो सर्वाइकल होने में इसका बड़ा कारण हो सकता है।

 इसलिए इसका उपचार करना चाहिए और रीढ़ की हड्डी में खिंचाव होने से बचना चाहिए।

अब हम बात करते हैं सर्वाइकल होने के उपचार को लेकर सर्वाइकल के क्या उपचार है आइए जानते हैं

 

सर्वाइकल पेन का उपचार

अगर आपको सर्वाइकल पेन की समस्या है तो सबसे  बड़ा कारण हमारी दैनिक दिनचर्या है जिसमें परिवर्तन लाना होगा, कई लोग इसे नजरअंदाज कर देते हैं

 लेकिन जब समस्या गंभीर हो जाती है तो इसका इलाज शुरू करते हैं जो कि आसान नहीं होता है

हम आपको यहां पर बता दें सर्वाइकल का इलाज पूरी तरह से मुमकिन है

लेकिन समय रहते अगर आप सचेत हो जाते हैं अपने सर्वाइकल पेन को पहचानते हुए इसका इलाज करते़व हैं वाकई आपको बहुत जल्द आराम मिलेगा।

 

नियमित रूप से योग करें

 सर्वाइकल पेन से छुटकारा पाना है तो नियमित रूप से आपको योग करना होगा,

योग एक ऐसा उपचार है जिससे बड़ी बड़ी बीमारियों को सही करने में काफी लाभप्रद माना गया है।

अगर आप सर्वाइकल पेन से ग्रस्त हैं तो ऐसे में आपको योगासन करना चाहिए जो आपको काफी राहत देगा

 सर्वाइकल से छुटकारा आपको जल्द मिलेगा इसका सबसे अच्छा इलाज अगर कुछ है तो वह है योग नियमित रूप से आपको योग का पालन करना चाहिए।

 

 बैठते समय गर्दन को सीधा रखें

बैठते समय गर्दन का विशेष तौर से ध्यान रखें अगर आपको सर्वाइकल पेन है और कंप्यूटर और लैपटॉप का इस्तेमाल कर रहे हैं तो आप सतर्क हो जाएं कम से कम इस्तेमाल करें।

अगर करना भी है तो उसे बिल्कुल सीधा बैठ कर के करें आगे की तरफ झुक करके कंप्यूटर या लैपटॉप पर काम न करें या सीटिंग जॉब करते हैं तो उसमें परिवर्तन लाएं।

 

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तख्त पर लेटें

आप मुलायम गद्दे का इस्तेमाल करते हैं अपने सोने के लिए तो उसमें परिवर्तन करें,

 

तख्त पर चादर डालकर के आपको लेटना चाहिए तकिया का भी आप इस्तेमाल न करें तो अच्छा है।

 

विटामिन डी और कैल्शियम का सेवन करें

सर्वाइकल पेन से दूरी बनाना है तो इसके लिए आपको विटामिन डी और कैल्शियम से भरपूर चीजों को अपने आहार में शामिल करना चाहिए।

 

रोजाना गर्दन दर्द से संबंधित एक्सरसाइज करें

रोजाना गर्दन दर्द से संबंधित आपको एक्सरसाइज करना चाहिए जिससे कि सर्वाइकल की समस्या अगर है तो आपकी खत्म हो जाए।

 इसका वीडियो नीचे है वहां पर आप क्लिक करके वीडियो देखें और गर्दन की एक्सरसाइज जरूर करें 

नौ

 सिर को एक तरफ झुका कर कंप्यूटर या लैपटॉप पर लगातार काम न करें

अगर आप लैपटॉप, मोबाइल पर सिर को एक तरफ झुका कर घंटों काम करते हैं तो आप सतर्क हो जाएं इससे सर्वाइकल पेन ज्यादातर लोगों में होता है।

 आजकल यही समस्या है मोबाइल, लैपटॉप, कंप्यूटर पर लगातार काम करने से सर्वाइकल पेन हो रहा है तो अपनी पोजीशन में बदलाव करें।

 फोन पर अगर घंटों बात करते हैं तो उसमें परिवर्तन लाएं उसको ब्रेक दें।

 नहीं तो इससे आपकी गर्दन की मांसपेशियों पर दबाव बढ़ेगा और कई तरह की आपको परेशानी होगी।

 इसलिए मोबाइल, कंप्यूटर या फिर लैपटॉप का यूज़ करते हैं या फोन पर तो बात करते हैं तो उसमें आपको परिवर्तन करना होगा।

 

जीवन शैली में लाएं बदलाव 

सर्वाइकल से छुटकारा पाने के लिए आपको अपने जीवन शैली में परिवर्तन करना होगा, प्रकृति की तरह आपको बढ़ना होगा।

 जो भी खानपान आप कर रहे हैं फास्ट फूड, जंक फूड का सेवन उन सब में परिवर्तन करना होगा और हरी ताजी सब्जियों के साथ-साथ अपने खानपान में 60% कच्चे पदार्थों का इस्तेमाल करना होगा।

 कच्चे भोजन से यहां पर तात्पर्य है कि बिना पकाया हुआ भोजन चाहे वह फल है या फिर सलाद है

 60% परसेंट आप अगर कच्चा भोजन का इस्तेमाल करते हैं और 40 परसेंट पका भोजन का इस्तेमाल करते हैं

 तो इससे केवल सर्वाइकल ही नहीं आप की बहुत सारी बीमारियां दूर हो जाएंगी और आपको इसका पता भी नहीं चलेगा

 इसलिए शरीर को स्वस्थ रखने के लिए प्राकृतिक तरीका अपनाएं और अपने जीवन शैली में जो भागम भाग की जीवन शैली है उसमें परिवर्तन करें।

दैनिक दिनचर्या को बदलें, थोड़ा समय जरूर लगेगा लेकिन सर्वाइकल आपका जड़ से खत्म हो जाएगा।

 

फिजियो थेरेपी

सर्वाइकल पेन के उपचार में फिजियो थेरेपी एक बहुत ही अच्छा विकल्प के रूप में आया है हर प्रकार के रोग में यह काफी राहत देता है।

 इसलिए आज के समय में फिजियोथैरेपी का प्रचलन काफी हद तक आगे आ गया है।

 वैसे तो सर्वाइकल के लिए हम आपको बता दें कि बहुत सारी योग एक्सरसाइज है जो कि आपको बहुत राहत देंगे

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 उसमें फिजियोथैरेपी एक बड़ा योगदान एक्सरसाइज का है जो आपको पूरी तरह से आराम देता है इसलिए नियमित रूप से योग एक्सरसाइज जरूर करें।

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सर्वाइकल पेन से छुटकारा पाने के लिए क्या करना चाहिए

सर्वाइकल पेन से छुटकारा पाना चाहते हैं तो उसके लिए बैठते समय आपको अपनी गर्दन का ध्यान रखना होगा मोबाइल का इस्तेमाल जरूरत पड़ने पर ही करें।

 अगर नहीं जरूरत है तो उसका इस्तेमाल नहीं करें और उसको भी बिल्कुल सीधे बैठ करके कंप्यूटर या मोबाइल या लैपटॉप पर काम करें।

 अगर आप मुलायम गद्दे पर लेटते हैं या सोते हैं तो उसमें परिवर्तन करें, गद्दा नहीं डालें चादर डाल कर  आप सोया करें।

  इसके साथ ही विटामिन डी और कैल्शियम से भरपूर जो भी खाद्य पदार्थ हैं उनको अपनी डाइट में शामिल करें।

 नियमित रूप से सर्वाइकल के लिए जो भी एक्सरसाइज बताया गया है उसको करें

किसी भी तरह का अगर आप नशा करते हैं तो कैफीन युक्त चीजों से दूर रहें यही आपके लिए बेहतर होगा।

 

गर्दन के नीचे दर्द क्यों होता है

गर्दन के नीचे दर्द सर्वाइकल की समस्या से होता है अगर गर्दन के नीचे दर्द होता है तो इसे सर्वाइकल कहते हैं

क्योंकि गर्दन से जुड़ी हुई जो नसें होती है सर्वाइकल स्पाइन, उसमें दर्द होता है इसीलिए उसे सर्वाइकल पेन भी कहा जाता है।

ऐसा अक्सर इसलिए होता है कि हड्डियों के बीच में गैप बन जाता है इसकी वजह से जैसे-जैसे उम्र नहीं है उसके विपरीत हमारा शरीर कम

जोर हो जाता है और अन्य कई कारण होते हैं।

सर्वाइकल का क्या अर्थ है

सर्वाइकल शब्द का मतलब है गर्दन से संबंधित सर्वाइकल मोशन यानी वह मांसपेशी जो गर्दन में होती है।

 चिकित्सा में डॉक्टर गर्दन के दर्द को सर्वाइकल शब्द का नाम देते हैं, इसी वजह से गर्दन के दर्द को सर्वाइकल पेन से जोड़ करके देखा जाता है और सर्वाइकल शब्द का मतलब होता है गर्दन से संबंधित मांसपेशी।

 

सर्वाइकल के लिए कौन सा पॉइंट दबाना चाहिए

सर्वाइकल पेन से छुटकारा पाने के लिए हथेली के ऊपर अंगूठे की हड्डी को 1 मिनट के लिए दबाइए

 इसके बाद अंगूठे के बाद दूसरे वाली उंगली यानी अनामिका की हड्डी को दबाएं, फिर मध्यमा और अनामिका उंगली के बीच में दबाएं।

इसके साथ ही फिर भी दर्द ना जा रहा हो तो पैर के अंगूठे और दूसरी उंगली की हड्डी से दबाना होगा आपको राहत जरूर मिलेगा।

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सर्वाइकल को कैसे ठीक करें

सर्वाइकल को ठीक करने के लिए सबसे जरूरी है कि आप सर्वाइकल की सिंकाई करें, नियमित रूप से एक्सरसाइज करें।

 जिसकी वजह से सर्वाइकल पेन दूर हो जाएगा क्योंकि योग एक्सरसाइज किसी भी बीमारी को दूर करने में महत्वपूर्ण योगदान देता है।

 और योग एक्सरसाइज से आपकी मांसपेशियों में मजबूती आएगी साथ ही आपके रोग प्रतिरोधक क्षमता में भी सुधार होगा।

इसलिए जरूरी है कि आप योग को नियमित रूप से करें, एक समय ऐसा आएगा कि आपकी सर्वाइकल की समस्याएं समाप्त जाएगी।

 

सर्वाइकल में क्या परहेज करना चाहिए

सर्वाइकल में दर्द से बचने के लिए आपको अपने खान-पान में थोड़ा सा परिवर्तन करना होगा, चाय, कॉफी, मीठा, खट्टा और तला हुआ खाना खाने से परहेज करें

 नियमित रूप से योग एक्सरसाइज करें इससे आपको काफी राहत मिलेगा और किसी भी तरह का नशा वाला चीज सेवन न करें।

 

सर्वाइकल में कैसे सोना चाहिए

किसी को सर्वाइकल की समस्या हो गई है तो ऐसे में सर्वाइकल से पीड़ित को गर्दन के नीचे तकिया का इस्तेमाल नहीं करें।

वहां पर आप चाहे तो एक मोटे टावल को फोल्ड करके जहां पर गर्दन में गैप है वहां पर लगाएं आपको काफी राहत मिलेगा।

अगर हाथ में भी दर्द है तो वहां पर सपोर्ट के लिए तकिया का इस्तेमाल कर सकते हैं और तख़्त पर आपको सोना चाहिए, गद्दे का इस्तेमाल नहीं करें।

 

 सर्वाइकल में कहां-कहां दर्द होता है

 सर्वाइकल में दर्द की स्थिति में गर्दन अकड़ जाता है गर्दन को हिलाने- डुलाने में परेशानी होती है

 यह सर्वाइकल पेन का बहुत बड़ा लक्षण है इसके साथ ही रीढ़ की हड्डी जो गर्दन से जुड़ी होती है उसमें भी दर्द होने लगता है।

बाहों में दर्द हो जाता है और हमारे कमर तक या दर्द पहुंच जाता है जो कि सर्वाइकल की स्थिति के कारण होता है।

सर्वाइकल में सिकाई कैसे करेंँ

सर्वाइकल में सिकाई के लिए गरम पानी में आधा चम्मच नमक मिलाकर डालें और उसे बोतल में भरें और उससे दो बार गर्दन की सिकाई करें, इससे काफी आराम मिलता है।

 कहीं भी दर्द हो अगर गर्म पानी उबालकर के बोतल से सिकाई की जाती है तो उसमें आराम मिलता है तो सर्वाइकल में भी सिकाई से काफी आराम मिलता है।

सर्वाइकल पेन में क्या खाना चाहिए

सर्वाइकल पेन में तिल का आपको सेवन करना चाहिए तिल का लड्डू आप सेवन कर सकते हैं इसके अलावा तिल के तेल से मालिश भी कर सकते हैं

काफी आपको इससे आराम मिलेगा विटामिन डी और कैल्शियम युक्त चीजों को अपने आहार में शामिल करें

 

 इसके अलावा आप अपने खाने में कच्चा पत्ता गोभी, गाजर, मूली, खीरा, टमाटर का इस्तेमाल कर सकते हैं कच्चे फलों को खा सकते हैं।

 

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सर्वाइकल क्या है क्या इसमें चक्कर भी आते हैं

 

सर्वाइकल गर्दन में होने वाला दर्द या सूजन है इसमें चक्कर भी आते हैं अगर इसका समय से इलाज नहीं किया गया

 तो यह दर्द आपके बाहों में कंधों में भी होने लगता है और यह काफी गंभीर हो जाता है इसलिए इसको समय रहते जरूर कंट्रोल किया जाना चाहिए।

 

 

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समापन

इस प्रकार आज के ब्लॉग के माध्यम से हमने जाना कि मोबाइल, लैपटॉप, कंप्यूटर का ज्यादा इस्तेमाल करते हैं तो सावधान हो जाएं आपको सर्वाइकल की समस्या हो सकती है इसके साथ ही हमने यह भी जाना कि सर्वाइकल क्या है, इसके कारण क्या है, लक्षण क्या है और इसके क्या उपचार है।

यह पोस्ट उम्मीद है कि आपके लिए काफी ज्ञानवर्धक रहा होगा हम आगे भी इसी तरह के ज्ञानवर्धक स्वास्थ्यवर्धक पोस्ट लाते रहेंगे पोस्ट को पूरा पढ़ने के लिए धन्यवाद।

 

Disclaimer 

यह लेख आपकी जानकारी के लिए शेयर किया गया है आपसे विनम्र निवेदन है कि कोई भी घरेलू उपचार अपनाने से पहले डॉक्टर से संपर्क जरूर करें धन्यवाद।

 

 

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