उम्र बढ़ाने के साथ कांपने लगे हाथ तो न्यूरोलॉजिस्ट से मिले

उम्र बढ़ाने के साथ कांपने लगे हाथ तो न्यूरोलॉजिस्ट से मिले

लखनऊ न्यूज़ टुडे

15 अप्रैल 2024

 

अगर किसी को भी उम्र बढ़ने के साथ हाथ कंपन करता है तो इसे गंभीरता से लेना चाहिए क्योंकि उम्र बढ़ने से हाथ में कंपन होने लगे संतुलन खराब होने लगे तो इसे नजर अंदाज नहीं करना चाहिए।

यह पार्किसन की बीमारी का लक्षण है बिना किसी देर के आपको न्यूरोलॉजी विशेषज्ञ से कांटेक्ट करना चाहिए।

लोहिया विज्ञान संस्थान में बृहस्पतिवार को पार्किसन दिवस पर आयोजित कार्यशाला में विशेषज्ञों ने  जानकारी दी।

न्यूरोलॉजी विभाग के डॉक्टर दिनकर कुलश्रेष्ठ ने कहा कि पार्किसन दिमाग से जुड़ी बीमारी है जो उम्र के साथ बढ़ती है इसमें मरीज के दिमाग की कोशिकाओं को काफी नुकसान पहुंचता है इस बीमारी का स्थाई इलाज नहीं होता है।

क्योंकि ऐसा करना संभव नहीं है केवल दवा के द्वारा इसे कंट्रोल किया जाता है इस बीमारी के कारण मरीज में भूलने की समस्या ज्यादा होती है। आमतौर पर यह बीमारी 50 साल के बाद होती है लेकिन कई बार कम उम्र में भी इसे देखा जा सकता है।

न्यूरोलॉजी विभाग के अध्यक्ष डॉक्टर अजय कुमार सिंह ने बताया कि यह बीमारी डोपामाइन नामक रसायन की कमी से होती है।

दवा जो है इस बीमारी में बेअसर हो जाती हैं डीप ब्रेन स्टिमुलेशन नमक फंक्शनल सर्जरी से इस बीमारी को कम किया जा सकता हैं।

पार्किसन से नींद, कब्ज, गंध की हानि और बेचैनी की समस्या होती है इसकी अनुवांशिकता भी एक वजह हो सकती है।अभी इसके होने की कोई सटीक जानकारी नहीं आई है।

 

व्यायाम से होता है पाठ फायदा

 किसी भी बीमारी में व्यायाम का बहुत ही योगदान होता है अगर आपको न्यूरोलॉजी से संबंधित कोई बीमारी है तो आप एक्सरसाइज करें

 नियमित रूप से व्यायाम करें और मुख्य आहार विशेषज्ञ पूनम तिवारी में बताया कि मरीजों को मौसमी फल और सब्जियों का सेवन जरूर करना चाहिए

पीएमआर विभाग के अध्यक्ष डॉ वीरेंद्र सिंह गोगिया ने बताया कि पार्किसन में व्यायाम के साथ नियमित रूप से स्पीच एक्सरसाइज का भी फायदा मिलता है।

 

 

 

 

 

यह लेख आपकी जानकारी के लिए शेयर किया गया है किसी भी उपाय को करने से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य लें पोस्ट को पूरा पढ़ने के लिए धन्यवाद।

 

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