आई फ्लू क्या है – बचाव के 10 उपाय, कारण, लक्षण, उपचार और सावधानियां|What is Eye Flu, symptoms and prevention in Hindi
आज के लेख से हम जानेंगे कि आई फ्लू क्या होता है इस समय पूरे भारतवर्ष में तेजी से फैल रहा है ऐसे में आई फ्लू क्या है इसके बचने के 10 उपाय कारण और लक्षण क्या है इसके साथ ही आई फ्लू क्यों होता है आई फ्लू कितने प्रकार के होते हैं इसके बचाव के उपाय और सावधानियां क्या है इससे संबंधित पूरी जानकारी को जानेंगे।
आज के समय में आई फ्लू पर बात करना बहुत जरूरी है क्योंकि यह आई फ्लू नया नहीं है यह पहले से ही चला रहा है लेकिन वर्तमान समय में भारत के पूरे राज्य में तेजी से फैल रहा है।
आई फ्लू जिसको पिंक आई या फिर कंजंक्टिवाइटिस के नाम से जानते हैं आइए जानते हैं इससे कैसे बचा जा सकता है
आई फ्लू क्या है | Eye Flu kya hai in Hindi
What is Eye Flu in Hindi
आई फ्लू हमारी आंख से संबंधित समस्या है यह कंजंक्टिवाइटिस का एक लघु रूप होता है जिसे आई फ्लू भी कहते हैं।आई फ्लू हमारी आंखों में मौजूद उत्तक की पतली और पारदर्शी परत होती है।
इस ऊतक का नाम कंजंक्टिवा (conjunctiva) है यह उत्तक हमारी आंखों के सफेद हिस्से और पलकों के अंदरूनी हिस्से को ढ़कने का काम करता है।
जब इस उत्तक की पतली परत में सूजन आ जाता है तब इस स्थिति को कंजंक्टिवाइटिस के नाम से जाना जाता है यह तेजी से फैलता है।
क्योंकि इसको पैदा करने वाले वायरस बैक्टीरिया और एलर्जी है इन्हीं कारणों से यह पैदा होता है आइए अब जानते हैं आई फ्लू कैसे फैलता है
आई फ्लू कैसे फैलता है | how dose Eye Flu spread in Hindi
आई फ्लू होने के पीछे मुख्य कारण है वह यह है कि संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में हम जैसे ही आते हैं इसके होने की संभावना 100% हो जाती है।
जैसे ही आई फ्लू से संक्रमित व्यक्ति खांसते है या छींकते है तो उससे उड़ने वाले जो वायरस या बैक्टीरिया होते हैं वह तेजी से दूसरे को अपनी चपेट में ले लेते हैं। इस तरह आई फ्लू तेजी से फैलता है।
आई फ्लू ऐसी बीमारी है जो संक्रमित व्यक्ति को छू लेने भर से भी हो जाता है।
अगर हमने संक्रमित व्यक्ति को छू लिया और उसी हाथ से आंखों को छू लेते हैं या हाथ को चेहरे पर ले जाते हैं तो आई फ्लू हमें तुरंत हो जाता है।
यह तेजी से फैलने वाला रोग होता है और जो लोग ऐसा करते हैं उन्हें तुरंत यह चपेट में ले लेता है।
रेलिंग दरवाजे इन सब चीजों को छू करके आपको हाथ धो लेना चाहिए।
क्योंकि संक्रमित व्यक्ति ने अगर रेलिंग या दरवाजा छुआ है और उसी हाथ से आप दरवाजे को छूते हैं और फिर उसी हाथ से अपनी आंखों को छूते हैं तो आई फ्लू आपको होने की संभावना बढ़ जाती है।
आई फ्लू कितने प्रकार का होता है | Types of conjunctivitis in Hindi
आई फ्लू चार प्रकार का होता है
1 बैक्टीरियल कंजंक्टिवाइटिस Bacterial conjunctivitis
इस प्रकार का आई फ्लू बहुत तेजी से फैलता है यह संक्रामक होता है यह बैक्टीरिया के संक्रमण से फैलता है संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से तुरंत हो जाता है।
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2 केमिकल कंजंक्टिवाइटिस
Chemical conjunctivitis
केमिकल कंजंक्टिवाइटिस पानी में मिले केमिकल से हो सकता है चाहे आपका घर में जो पानी आ रहा है उसमें या स्विमिंग पूल में नहाने जाते हैं तो इसके होने की संभावना होती है
क्योंकि अगर वहां पर इस तरह का वायरस मौजूद है तो इसका वायरस पानी में फैल जाता है।
इस तरह से यह बहुत तेजी से आसानी से सबको चपेट में ले लेता है कई बार केमिकल्स कंजंक्टिवाइटिस धुएं से भी हो जाता है।
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3 वायरल कंजंक्टिवाइटिस | Viral conjunctivitis
यह काफी हानिकारक वायरस से होता है हमारे लिए काफी खतरनाक और संक्रामक है यह बहुत तेजी से आसानी से फैलता है वायरस किसी भी बीमारी का क्यों न हो काफी खतरनाक होता है।
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4 एलर्जिक कंजंक्टिवाइटिस |
Allergic conjunctivitis
कुछ एलर्जी पैदा करने वाले धूल के कण रूसी या फिर किसी खरपतवार या फिर किसी पौधे के परागकण से भी यह हो सकता है इससे आपकी आंखों में जलन और खुजली पैदा होती है जो आंखों को लाल भी कर सकती है।
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आई फ्लू से कैसे बचें आई फ्लू से बचाव का तरीका |
Prevention of Eye Flu
आई फ्लू से बचने के लिए आपको कुछ उपाय करने होंगे क्योंकि यह संक्रामक रोग एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में आसानी से हो जाता है।
ऐसे में आपको बचने के उपाय अपनाने होंगे क्योंकि इससे बचाव में ही इलाज है।
इससे बचने की पूरी कोशिश करें अगर बाहर जाना ही हो तो आपको किन उपायों को करना चाहिए।
जिससे आप सेफ जोन में रहें और आई फ्लू न होने पाए जिसे आंख आना भी कहते हैं।
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1 आई फ्लू से बचने के उपाय मास्क का उपयोग करें
आई फ्लू से बचने का तरीका मास्क का उपयोग आप कर सकते हैं।आई फ्लू खांसने और छींकने से भी होता है।
क्योंकि खांसने और छींकने पर इसके वायरस संक्रमित व्यक्ति के शरीर से निकलते हैं जो कि आई फ्लू का कारण बनते हैं अगर यह लक्षण किसी भी व्यक्ति में दिखाई दे तो उनसे बचिए मास्क का उपयोग आप करिए।
2 आई फ्लू से बचने के लिए चश्मे का उपयोग करें
अगर कोई व्यक्ति आई फ्लू से संक्रमित है तो आप चश्में का उपयोग अपनी आंखों पर करें जिससे कि आप संक्रमित होने से बचे रह सकते हैं।
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3 आई फ्लू का घरेलू नुस्खा ठंडे पानी से आंखों को धोएं
ठंडे पानी से आंखों को धोना चाहिए आंखों में अगर आई फ्लू की शिकायत आपको हो गई है तो दिन में तीन से चार बार ठंडे पानी से आंखों को धोना चाहिए हाथों से आंखों को छूने से बचना है।
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4 इम्यून सिस्टम को मजबूत करें
आई फ्लू से बचाव करने के लिए आपको अपने इम्यून सिस्टम को बूस्ट करना होगा
इससे आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत बनी रहेगी और बीमारियों से भी आप बचे रहेंगे।
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5 आई फ्लू से बचने का घरेलू तरीका हाथों को धोने की आदत डालें
अगर आप कहीं भी बाहर जाते हैं दरवाजा रेलिंग कुर्सी कुछ भी छूते हैं तो अपने हाथों को धो लिया करिए।
और ध्यान रखिए कि आप उसे हाथ से बिना धुले हुए अपने चेहरे को नहीं छूएं नहीं तो आई फ्लू तुरंत हो जाएगा।
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6 आई फ्लू से कैसे बचें सैनिटाइजर का उपयोग करें
आई फ्लू से बचाव के लिए सैनिटाइजर आप उपयोग कर सकते हैं क्योंकि किसी भी संक्रमित व्यक्ति या गलती से किसी संक्रमित व्यक्ति के द्वारा छुए हुई जगह को छूने से आई फ्लू हो सकता है।
ऐसे में अपने हाथों को बराबर सैनिटाइज करें। सैनिटाइजर का उपयोग से आप काफी हद तक आई फ्लू से बचे रहेंगे।
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7 आई ड्रॉप का इस्तेमाल करें
आई फ्लू होने पर आई ड्रॉप डॉक्टर के परामर्श से लेना चाहिए
क्योंकि इस बीमारी में आदमी बुरी तरह से परेशान हो जाता है इसलिए आई ड्रॉप जरूर लेना चाहिए।
8 आई फ्लू से बचने के लिए साफ सफाई का विशेष ध्यान दें
आई फ्लू से बचने के लिए सफाई का खास ध्यान रखना है अपना रुमाल तौलिया सब कुछ अलग रखें
किसी संक्रमित व्यक्ति को अगर घर में किसी को हो गया है उससे दूरी बनाए।
आई फ्लू न हो इसके लिए बाहर जब भी जाए तो चश्मे का उपयोग करें
9 घर से बाहर जाते समय सावधानी बरतें
क्योंकि आई फ्लू एक संक्रामक रोग है और इसके वायरस हवा में उड़ते रहते हैं जो आंखों के संपर्क में आ सकते हैं इसलिए कोशिश करिए कि चश्मा लगा कर बाहर जाएं।
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10 आंखों को छूने से बचें
आंखों को बिल्कुल भी न छूएं आखों में किसी तरह की कोई भी अगर समस्या होती है चुभन होता है या किरकिराहट होती है तो ऐसे में एक जग में साफ पानी ले लें।
जग को आंखों के पास सटाकर उसमें खुली आंखों से देखें इससे बिना छुए ही आपकी आंखें धूल जाएंगी फिर ज्यादा परेशानी होने पर डॉक्टर से संपर्क करें।
आई फ्लू के लक्षण क्या है | Symptoms of Eye Flu in Hindi
आई फ्लू बहुत ही संक्रामक रोग है आंखों को देखने मात्र से संक्रमण हो जाता है। रोगी के आंखों को देखने से ही संक्रमण हो जाता है।
इसका वायरस हवा के संपर्क में आता है तो दूसरे व्यक्ति के आंखों में पहुंच जाता है।
संक्रमण के आंखों तक पहुंचने के कुछ ही मिनटों में वायरस अपना प्रभाव दिखाना शुरू कर देता है।
इसमें सबसे पहले पानी निकलना आंखों से शुरू होता है इसके बाद आंखों के सफेद भाग के नीचे पूरी तरह लाल हो जाता है और आंखों में सूजन आ जाती है पलकों पर सूजन आ जाता है।
आई फ्लू के लक्षण जानना है जरूरी आई फ्लू होने पर लक्षण क्या है आइए विस्तार से इन लक्षणों को जानते हैंं
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1 आंखों में खुजली या जलन होना
अगर आपकी आंखों में खुजली और जलन का शुरुआत हो गया है तो इसका मतलब है कि आई फ्लू आपको हो सकता है।
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2 आई फ्लू होने का पहचान आंखों से पानी आना
अगर बरसात के मौसम में या इस समय जो आई फ्लू तेजी से भारत में फैल रहा है अगर आंखों से पानी आ रहा है तो सचेत हो जाए और फौरन डॉक्टर से संपर्क करें।
इसके लिए कोई मेडिसिन लें क्योंकि आंखों से पानी गिरना भी आई फ्लू के लक्षण में आता है।
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3 आई फ्लू होने पर आंखों में चुभन होता है
आंखों में आप को चुभन या आंखों में दर्द हो रहा है तो आप डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें यह आई फ्लू का लक्षण है
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4 धूप के संपर्क में आने पर आंखें लाल हो जाना
अगर आपकी आंखें धूप के संपर्क में आने पर लाल हो जाती है तो फौरन डॉक्टर से संपर्क करिए।
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5 आंखों में कीचड़ और दर्द महसूस होना आई फ्लू की पहचान है
आंखों में अगर कीचड़ और दर्द महसूस होता है तो इसका मतलब यह है कि आपको आई फ्लू हो चुका है।
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6 आंखों को धूप या तेज रोशनी चुभती है
इसमें आंखों में तेज धूप और तेज रोशनी चुभती है आई फ्लू का लक्षण होता है।
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7 आंखों में किरकिराहट होना
आंखों में किरकिराहट और जलन होने लगता है इससे आंखें चूभती हैं यह आई फ्लू का लक्षण है।
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आई फ्लू होने का कारण- आई फ्लू क्यों होता है | Eye flu Causes in Hindi
आई फ्लू गंदे धूल गंदे पानी संक्रमित व्यक्तियों के संपर्क में आने से फैलता है। आई फ्लू इस समय भारत में फैला हुआ है तो कोशिश यही करें लोगों से संपर्क कम रखें बातें दूर से करें
क्योंकि यह काफी संक्रामक होता है यह संक्रमित व्यक्ति को देखने मात्र से भी हो जाता है।
रोगी से हाथ मिलाने उसके शरीर को स्पर्श करने से भी यह बीमारी एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में चली जाती है।
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आई फ्लू होने पर क्या सावधानी बरतनी चाहिए
आई फ्लू का उपचार और सावधानियां Eye Flu Treatment in Hindi
आई फ्लू का इलाज कैसे किया जाता है
आई फ्लू का सावधानीपूर्वक देखभाल की जाए तो इससे छुटकारा मिल सकता है कंजंक्टिवाइटिस आई फ्लू हो जाए तो निम्न सावधानियां आपको अपनाना चाहिए
1 यदि आप कंटेक्ट लेंस लगाते हैं तो उन्हें एकदम निकाल दीजिए
2 अपना रुमाल तौलिया बेड कवर तकिया कवर साबुन आदि किसी अन्य सदस्य को उपयोग न करने दें।
3 परिवार में किसी सदस्य को आई फ्लू अगर है तो दवा डालने से पहले दवा डालने के बाद आप अवश्य हाथों को धो लीजिए इससे संक्रमण नहीं फैलेगा।
4 आई फ्लू के रोगी ने काला चश्मा पहना है तो आप दूर से बात कर सकते हैं।
5 आई फ्लू के रोगी को दूसरे के साथ हाथ नहीं मिलाना चाहिए न ही काला चश्मा उतार कर बात करना चाहिए।
6 तेज धूप में निकलना नहीं चाहिए न ही तेज रोशनी में अधिक समय तक बैठना चाहिए।
7 धूप के चश्मे का प्रयोग आई फ्लू से बचने के लिए अवश्य करना चाहिए।
8 ठंडे पानी से दिन में तीन चार बार आंखों को धोना है और डॉक्टर से सलाह लेकर ड्रॉप डालना है।
9 रात्रि में सोने से पहले रूई को दूध में मलाई में भिगोकर आंखों पर रखें।
10 छोटे बच्चों को आई फ्लू अगर है तो मां के दूध में रुई भिगोकर आंखों पर रखें।
मां का दूध या गाय के दूध में भिगो कर आंखों पर रखें इससे आराम हो जाएगा।
11 आंख के रोग से पीड़ित व्यक्ति को मसाले और गरिष्ठ भोजन नहीं खाना चाहिए
12 कितनी भी खुजलाहट हो आंखों को खुजलाना नहीं है।
13 आंखों से निकलने वाले पानी को साफ रुमाल से पोंछ लीजिए।
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आंखों से संबंधित पूछे जाने वाले प्रश्न Frequently Asked questions
आई फ्लू होने पर क्या करना चाहिए
आई फ्लू होने पर दूसरे का सामान उपयोग करने से बचें अपने पूरे शरीर का साफ सफाई का ध्यान रखें तथा डॉक्टर से सलाह लें आई ड्रॉप्स लगाएं।
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आई ड्रॉप से आई फ्लू कितने दिन में ठीक होता है
आई फ्लू को ठीक होने में एक सप्ताह का समय लग जाता है इससे अधिक भी समय लग सकता है इसलिए समय को लेकर परेशान न हो 8 से 10 दिन मान कर चलिए इसे ठीक होने में लगेगा।
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क्या आई फ्लू को घर पर ठीक किया जा सकता है
जी हां आई फ्लू को घर पर आसानी से ठीक किया जा सकता है आप इसके उपाय को करके आसानी से आई फ्लू को ठीक कर सकते हैं।
क्या गर्भवती महिलाओं आई फ्लू से बचाव करना चाहिए
गर्भवती महिलाओं को आई फ्लू से डरने की जरूरत नहीं है लेकिन आई फ्लू होने से इम्यून सिस्टम पर असर पड़ता है और महिलाएं संवेदनशील हो जाती हैं इसलिए इससे बचने की जरूरत है।
इस प्रकार आज के लेख से हमने जाना कि आई फ्लू क्या होता है आई फ्लू के लक्षण क्या है आई फ्लू के बचाव का तरीका क्या है आई फ्लू से बचने के लिए सावधानियां क्या है उम्मीद है कि इस पर लिखा गया यह ज्ञानवर्धक लेख आपको पसंद आया होगा हम आगे भी इसी तरह के ज्ञानवर्धक लेख लाते रहेंगे पोस्ट को पूरा पढ़ने के लिए धन्यवाद।
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