होमगार्ड के प्रति सरकार व प्रशासन का नजरिया उदासीन

मृतक होमगार्ड की पत्नी को अनुकंपा के आधार पर नौकरी दी गई

मधेपुरा, बिहार

 

बिहार गृह रक्षावाहिनी लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे हैं और अपनी मांगों को सरकार के समक्ष रख रहे हैं। इससे पहले भी उन्होंने 19 से 23 जुलाई तक काला बिल्ला लगाकर कार्य किया था।

21 सूत्री मांगों को लेकर यह लोग आंदोलन कर रहे हैं। यह लगातार लिखित और मौखिक रूप से सरकार से अनुरोध कर रहे हैं।

लेकिन होमगार्ड के प्रति सरकार और प्रशासन गंभीर नहीं है। यही वजह है कि लगातार मांग करने के बावजूद सरकार उनकी समस्याओं को अनदेखी कर रही है।

यह होमगार्ड जवान 24 घंटा जान की बाजी लगाकर ड्यूटी करते हैं बिहार सरकार के सभी विभागों में होमगार्ड जवान कार्यरत है।

कार्यालय, थाना, यातायात संचालन, महानिदेशक बैंक, बिजली विभाग, नगर निगम, पीएचसी, डाकघर, टेलिफोन, ऑफिस इत्यादि स्थानों पर गृहरक्षक 24 घंटे अपनी जान की बाजी लगा करके ड्यूटी करते रहते हैं।

 बदले में इनको मात्र 774 रुपया भत्ता के रूप में प्रतिदिन भुगतान किया जाता है यह वर्तमान में बढ़ती हुई महंगाई में काफी कम है।

गृहरक्षकों के भत्ते में 2017 में बढ़ोतरी हुई थी, उसके बाद इन 8 वर्षों में सरकार व अन्य कर्मचारियों के वेतन में वृद्धि तो हुई लेकिन होमगार्ड जवानों के लिए कोई भी वेतन में बढ़ोत्तरी नहीं की गई।

गृहरक्षकों को दी जाए पुलिस से मिलने वाली अन्य सुविधा

 जिला अध्यक्ष ने कहा है कि देश के अन्य प्रदेशों में होमगार्ड के जवान को अधिक सुविधा दिया जा रहा है उन्होंने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय उच्च न्यायालय पटना के आदेश के संदर्भ में राज्य के होमगार्ड जवान को कर्तव्य भत्ता, महंगाई भत्ता के साथ ही पुलिस को मिलने वाली अन्य सुविधा दी जाए।

मानवीय विचार करते हुए 5 दिन भत्ता सहित छुट्टी प्रदान की जाए सेवानिवृत गृहरक्षक को सेवानिवृत्ति लगभग डेढ़ लाख रुपये प्रदान करने में 20 वर्ष और 10 वर्ष की शर्तों को हटाकर सभी सेवानिवृत्ति गृहरक्षक को सेवानिवृत्ति के समय ही भुगतान किया जाए।

बढ़ती महंगाई को देखते हुए डेढ़ लाख रुपए मिलने वाली राशि को ₹5 लाख तक की बढ़ोतरी की जाए।

 जिला अध्यक्ष ने कहा कि बढ़ती हुई महंगाई को देखते हुए आश्रितों को अनुकंपा का लाभ दिया जाए।

अनुग्रह अनुदान की राशि ₹4 लाख से बढ़कर 10 लाख रुपए किया जाए।

कर्तव्य पर ड्यूटी के दौरान मृत्यु अथवा दुर्घटना होने पर गृहरक्षकों के आश्रित को अनुकंपा का लाभ दिया जाए।

बीमारी या दुर्घटनाग्रस्त होने पर होमगार्ड जवानों को कर्तव्य पर मानते हुए भत्ते का भुगतान किया जाए।

प्रदर्शन में संघ के सचिव इंद्र नारायण यादव, उपाध्यक्ष रमेश कुमार, कोषाध्यक्ष अनिल कुमार, उप सचिव सदानंद यादव, कार्यालय सचिव हरि बल्लभ पासवान, सुबोध कुमार, सदानंद कुमार, संगठन सचिव रामदीन शाह, क्रांति कुमार, अर्जुन कुमार, दिनेश यादव, सतीश कुमार और संजीव किशोर कुमार, मिथुन कुमार, सुधीर कुमार, निर्मल कुमार, रिंकू कुमारी, रीता कुमारी,  डेजी भारती, आभा कुमारी आदि उपस्थित थे।

 

 

 

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