आमतौर पर ऐसा बहुत से लोगों के साथ देखा गया है कि अचानक से किसी हिस्से पर अधिक दबाव पड़ने के कारण वहां की नस दब जाती है और काफी दर्द होता है और कइयों को तो इतना दर्द महसूस होता है कि हाथ, पैर हिलाना मुश्किल हो जाता है। यह नस दबने की समस्या कहीं भी हो सकती है, कभी- कभार यह समस्या इतना तेज होता है कि पूरा शरीर ही दर्द से कराहने लगता है,आज दबी हुई नस के घरेलू उपचार क्या है उन्हीं पर हम बात करेंगे।
होता क्या है कि जब शरीर का कोई नस दब जाता है हम बीमार हो जाते हैं तो ऐसे में हम इतने परेशान हो जाते हैं कि कोई कार्य नहीं कर पाते हैं।
बिस्तर पर लेटे-लेटे ही रहते हैं और दर्द से कराहते रहते हैं, इसी दर्द से राहत पाने के लिए आज हम दबी हुई नस के घरेलू इलाज के बारे में बात करेंगे।
उससे पहले हम आपको यह बताएंगे कि आखिर नसें दबती क्यों है, दबी हुई नस के लक्षण क्या है, इसके उपचार क्या है पूरी बातों पर हम यहां पर चर्चा करेंगे
नसों के दबने के पीछे क्या कारण है | Base kyu dabti hai
नसों के खिंचाव के पीछे जो सबसे बड़ा कारण होता है वह है आपकी गलत जीवनशैली उठने बैठने के तरीके कों पर ध्यान न देना नसों के खिंचाव के पीछे या नसों के चढ़ाव के पीछे एक बड़ा कारण है।
इसके साथ ही मांस पेशियों का सिकुड़ना भी नसों में खिंचाव का कारण है।मांस पेशियों में गांठ बन जाती है, जिसकी वजह से बहुत तेज दर्द होता है यह बहुत खतरनाक नहीं होता है लेकिन जब नसों में खिंचाव होता है तो ऐसे में हम बिल्कुल शिथिल हो जाते हैं हम समझ नहीं पाते अब हम क्या करें।
इससे कोई बड़ी समस्या भी नहीं आती है और यह अपने आप ठीक भी हो जाता है।
और दूसरी वजह यह भी है कि मांसपेशियों पर जब ज्यादा दबाव पड़ता है जो इस कारण भी नस पर नस चढ़ जाती है।
लगातार एक ही अवस्था में बैठे रहने से भी नस पर नस चढ़ जाती है।
इसके लिए बहुत सारे घरेलू उपचार बताए गए हैं कि दबी हुई नस खोलने के घरेलू उपचार क्या है जिसके बारे में हम आगे जानेंगे तो इन उपायों को अमल करके इस समस्या को दूर किया जा सकता है।
दूसरी वजह इसकी यह है कि जो मांस पेशियां होती है वह सिकुड़ने लगती हैं। इस वजह से भी नसों में खिंचाव होता है।
दबी हुई नस के लक्षण
दबी हुई नस के क्या लक्षण हैं, कैसे हम पहचानेंगे कि हमारी नसें दब रही है इसको पहले जान लें
दबी हुई नस की पहचान -मांस पेशियों में कमजोरी महसूस होना
मांस पेशियों में आपको कमजोरी महसूस होगा आपको ऐसा लगेगा कि आपकी मांस पेशियों में शक्ति कम है आप किसी कार्य को करने जा रहे हैं तो आपकी मांसपेशियों पर ज्यादा दबाव महसूस हो रहा है।
और पढ़ें-
अंजनहारी क्यों होता है||गुहेरी (आंखों में फुंसी)||Palkon ki Funsi Dur karne ke Upay
नसों के दबने का पहचान झुनझुनी का एहसास होना hath pairon mein kamjori jhunjhuni ka ehsas hona kis bimari ka lakshan hai
शरीर के कुछ हिस्सों में बिना दबाव बनाए ही आपको झुनझुनी जैसा महसूस होगा। इसके साथ ही थोड़ी देर भी एक अवस्था में बैठ जाते हैं तो भी झुनझुनी होने लगता है।
इसलिए जरूरी हो जाता है कि दबी हुई नस खोलने के जो भी उपाय बताए गए हैं उनको हम अमल में लायें
क्योंकि अगर एक बार यह बीमारी हो जाती है तो बार-बार होने की संभावना रहती है।
दबी हुई नस का लक्षण है -सुन्नपन महसूस होना
आपको ऐसा लगेगा कि आपका शरीर सुन्न हो रहा है शरीर के कुछ हिस्सों में आपको सुन्नपन महसूस होगा।
ऐसा लगेगा कि आपका कोई एक शरीर का हिस्सा काम नहीं कर रहा है।
नस दब जाने का पहचान है -दर्द कुछ खास जगहों पर होता है
दबी हुई नस के लक्षण में हम आपको यहां पर बता दें कि ज्यादातर यह दर्द आपके गर्दन में महसूस होगा, कंधों में महसूस हो सकता है।
कमर में भी यह दर्द होता है जब कमर की नसों का खिंचाव होता है, पीठ या शरीर के एक तरफ एक साइड में जो दर्द होता है उस तरह का भी दर्द हो सकता है।
और पढ़ें-
गर्दन का कालापन दूर करने के घरेलू नुस्खे||Home remedies for dark neck in Hindi||Health Vishesh
अगर शरीर में कंपन महसूस होता है तो इसका मतलब कि हमारी नसें दब रही है
ऐसा आपको महसूस होगा कि शरीर का कोई एक या ज्यादा हिस्सा आपके शरीर का लगातार काम नहीं कर रहा है।
या कुछ लोगों को आप देखते होंगे कि जब वह पानी पकड़ते हैं तो उनका हाथ कांपता है यह भी नसों के दबने का ही पहचान है।
और उस पर आपका कंट्रोल भी नहीं रह जाएगा, यह सारे लक्षण दबी हुई नस के होते हैं।
हालांकि कुछ अन्य समस्याओं में भी यह लक्षण हो सकते हैं इसलिए जरूरी हो जाता है कि आप इन लक्षणों को पहचानें
और लगातार होने पर डॉक्टरी जांच भी करवा लें। क्योंकि इसमें लापरवाही करना सही नहीं होता है।
इसके साथ ही अगर आप की नस कोई खींच रही है, उससे आपको परेशानी हो रही है तो दबी हुई नस के जो घरेलू उपचार बताए गए हैं उससे आपको काफी राहत मिलेगा।
read more-
दबी हुई नस का घरेलू उपचार how to Cure blocked Venis in Hindi
दबी नस को खोलने का घरेलू इलाज Dabi hui naso ka ilaj
दबी हुई नस को खोलने के अचूक उपाय यहां पर हम आपको बताने जा रहे हैं जब हमारे किसी शरीर के किसी अंग की नस दब जाती है
तो ऐसे में हमारा चलना, फिरना, उठना, बैठना सब लगता है कि काफी मुश्किल हो गया है तो इसको ठीक करने के लिए इन उपायों को अपनाएं
दबी हुई नस खोलने का उपाय है वायु वर्धक चीजों का सेवन कम करें
अगर आपको दबी हुई नस की समस्या बराबर बनी रहती है तो इसके लिए वायु वर्धक जो चीजें हैं चावल है, खट्टी चीजें,दही है,अचार यह सब कम मात्रा में सेवन करना चाहिए।
इसके अलावा पानी आपको ज्यादा पीना चाहिए, छोटे-छोटे उपाय है जिनको करके आप आसानी से अपनी दबी हुई नस को खोल सकते हैं।
इन उपायों को अपनाकर कुछ दिनों में आसानी से दबी हुई नस के दर्द को ठीक कर सकते हैं।
लेकिन इन उपायों को कठोरता से आपको पालन करना होगा नियमित रूप से अपने जीवन शैली में बदलाव लाना होगा।
दबी हुई नस का इलाज है- ज्यादा नींद और आराम है जरूरी है
अगर नस दबने की समस्या बढ़ जाती है तो इसके लिए आपको अपने तंत्रिका को आराम देने के लिए आपको अधिक समय तक आराम करना पड़ेगा।
आराम करने से नसों में खिंचाव कम होता है और जल्दी ठीक होने की संभावना बढ़ जाती है।
और इसके सिवा अगर अतिरिक्त नींद भी लेते हैं तो तंत्रिका की जो भी समस्या है, मांसपेशियों में खिंचाव की जो भी समस्या है उसमें आराम मिलता है।
और नस दबने के इलाज में काफी मददगार साबित होता है। ऐसा करने से नसों के खींचने की समस्या आपकी कम होने लगेगी।
दबी नस का इलाज pinched nerves home remedies
मसाज है दबी नस का gharelu उपचार
दबी नस का से छुटकारा पाना चाहते हैं तो मसाज करें मसाज करने से काफी आराम मिलता है।
जहां की नस दब रही है वहां पर हल्के दबाव से मसाज करें, दबाव न दें। इससे मांसपेशियों को काफी आराम मिलेगा, अतिरिक्त दबाव देकर कभी मसाज नहीं करना चाहिए।
दबी नस का इलाज का तरीका -स्ट्रेचिंग और योग है
अगर आप की नस दब गई है तो ऐसे में हल्के दबाव देकर के उसको खींचे, ज्यादा ताकत न लगाएं इससे नसों में समस्या और बढ़ जाएगी तो धीरे-धीरे ऐसा करने से आपको आराम मिलेगा।
नस दबने का घरेलू नुस्खा है- बर्फ और गर्म पानी का पैक
बर्फ और गर्म पानी का पैक तो आप सभी जानते हैं कि किसी भी सूजन को कम करने के लिए दिया जाता है।
दबी हुई नस में भी इस घरेलू उपचार से छुटकारा मिल सकता है। इसके लिए सूती कपड़े में बर्फ को लपेटना है
दबी हुई नस के जगह पर आप बर्फ से और कभी ठंडे गर्म पानी से सिकाई करें। ऐसा आपको हर 1 मिनट के अंतर पर करना है। पहले बर्फ से सिकाई करें 1 मिनट हो जाए तो गर्म पानी से सिकाई करें।
जिससे रक्त संचालन बहुत जल्दी सही हो जाएगा और आपको काफी जल्दी आराम मिलेगा।
दिन में तीन बार आप ऐसा करें इससे मांसपेशियों में खिंचाव के कारण दर्द हुआ है उसमें काफी राहत मिलेगा।
नस दबने का घरेलू उपाय है -उठने बैठने के तरीके में परिवर्तन लाएं
दबी नस से छुटकारा पाना चाहते हैं तो इसके लिए आप किस तरह से बैठते हैं, यह भी मायने रखता है।
किस तरह खड़े होते हैं, सही तरीके से बैठिए और सही तरीके से खड़े होइए। नहीं तो आपकी मांस पेशियों में काफी नुकसान पहुंच सकता है।
अगर मांस पेशियों में आपके दर्द है,पीठ में दर्द है तो कुशन का एडजेस्टेबल चाहिए पीठ को सपोर्ट दे कर बैठना है इससे आपको आराम मिलेगा।
नेक रेस्ट का उपयोग कर सकते हैं, इससे नसों पर दबाव कम करने में काफी मदद मिलता है।
यह भी पढ़ें
नस दब रही है तो- लाइफस्टाइल में बदलाव करें
शरीर के किसी भी हिस्से में दबाव या दर्द होने से काफी पीड़ा सहना पड़ता है।
इसके लिए अपनी लाइफ स्टाइल में कुछ अगर आप परिवर्तन करते हैं तो इससे आप इस समस्या से निजात पा सकते हैं।
इसके लिए आप प्रतिदिन व्यायाम करें, टहलने जाएं, रनिंग करें, साइकिलिंग कर सकते हैं।
इसके साथ ही साथ पौष्टिक भोजन करें, इससे आपका वजन नहीं बढ़ेगा और न ही किसी तरह का आपके नसों पर ज्यादा दबाव पड़ेगा।
नसों को दबने से कैसे बचाएं -कंप्यूटर की सही सेटिंग करें
जो लोग ऑफिस में काम करते हैं, उनको यह समस्या ज्यादा होती है, गर्दन की मांसपेशियों में खिंचाव होता है, हाथों की मांसपेशियों में खिंचाव होता है।
इसके लिए कंप्यूटर की सेटिंग ऐसे करें कि जिससे आपको झुकना ज्यादा न पड़े और इसके अलावा आप बीच-बीच में रेस्ट करें।
यानी कंप्यूटर पर लगातार काम न करें और अपने सर को ऊंचा उठा कर के रखें।
इससे इस समस्या में आपको राहत मिलेगा अगर आपकी नस खींच रही है या दब रही है।
यह कुछ ऐसे उपाय हैं जिनको अमल में करके आप दबी नस से छुटकारा पा सकते हैं, उसमें राहत पा सकते हैं।
इससे आपको काफी राहत मिलेगा, यह सारे घरेलू नुस्खे जो की दबी नस के हैं बहुत ही आराम मिलेगा।
इससे आपकी मांसपेशियों में भी खिंचाव नहीं होगा और साथ ही अगर नस दब रही है तो उससे भी आप राहत पा सकेंगे।
दबी हुई नस खोलने का घरेलू उपाय -पान वाले चूने का करें इस्तेमाल
नसों की दबने की समस्या से छुटकारा पाना चाहते हैं तो इसके लिए पान वाले चूने का आप इस्तेमाल कर सकते हैं।
इसके लिए आपको गेहूं के दाने के बराबर चूना लेना है और सुबह-सुबह खाली पेट इसे खा लेना है।
दबी हुई नस को खोलने में यह अच्छा काम करता है आप इस चूने को चाहे तो पानी के साथ ले सकते हैं।
दही के साथ ले सकते हैं, लस्सी के साथ ले सकते हैं मददगार साबित होता है।
दबी नस का इलाज है हरसिंगार का पौधा
दबी नस के इलाज के रूप में हरसिंगार के पौधे का इस्तेमाल होता है। इसके पत्ते को पारिजात भी कहा जाता है।
इसके पत्तों को पानी में उबालकर कुछ दिन तक सेवन करना चाहिए इससे नसों को खोलने में काफी मदद मिलती है।
चार या पांच पत्ते पानी में उबाल लें और इन पत्तों को अच्छी तरह से पानी में उबालें।
उबले हुए पानी को सुबह के समय खाली पेट चाय की तरह पी लें, इससे दबी हुई नस को खोलने में काफी आराम मिलता है।
ब्लॉक नसों को खोलने के लिए क्या खाना चाहिए
ब्लॉक नसों को खोलने के लिए चीनी का सेवन करें देशी घी आपने सकते हैं, काजू नसों के लिए फायदेमंद है
जीरा पानी पीजिए यह भी बंद नस में फायदेमंद है चने का सेवन कर सकते हैं चना बंद नसों को खोलने के लिए होता है फायदेमंद।
नसों के लिए सबसे अच्छा फल कौन सा है
नसों के लिए सबसे अच्छा फल अनार होता है इसमें कई ऐसे एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं जो नसों की ताकत को बढ़ाने का काम करते हैं।
खट्टे फल विटामिन सी वाले फ्रूट्स जैसे संतरा कीवी एंटीऑक्सीडेंट्स काफी पाए जाते हैं यह भी नसों के लिए काफी फायदेमंद है।
नसों में ताकत लाने के लिए क्या खाना चाहिए
नसों में ताकत लाने के लिए विटामिन सी से भरपूर चीजों का सेवन करना चाहिए
फूल गोभी बंद गोभी स्ट्रॉबेरी अनानास वेजिटेबल स्प्राउट्स यह सभी नसों के लिए सेहतमंद होते हैं इसके अलावा विटामिन ई का भी सेवन करें।
इसके अलावा कुछ ऐसे प्रश्न हैं जो कि लोगों के मन में आते हैं जिनका के जवाब देने जा रहे हैं आइए जानते हैं उन प्रश्नों को
FAQ
नस को मजबूत कैसे करें
नसों को मजबूत करने के लिए आप बहुत सारा फाइबर अपने खाने में शामिल करें, इससे आपका पाचन तंत्र सही रहेगा पोषक तत्वों का इस्तेमाल अपने आहार में करें।
विटामिन सी और विटामिन ई का सेवन करें। अपने आहार में ज्यादातर विटामिन ई, विटामिन सी का प्रयोग करें। यह नसों के लिए फायदेमंद है।
वजन बढ़ाने वाले जो खाद्य पदार्थ है उनसे काफी दूर रहें
पानी का भरपूर सेवन करें, इसका नतीजा यह होगा कि आप हाइड्रेटेड रह सकेंगे।
हमेशा योग, एक्सरसाइज करते रहें। धूम्रपान नहीं करना है, ज्यादा समस्या अगर होती है तो इसका इलाज करवाएं।
यह भी पढ़ें
फटे होंठों के लक्षण. कारण और घरेलू उपाय||Home remedies for cracked lips in Hindi
दबी हुई नस के लक्षण क्या है Dabi hui nas ke lakshan kya hai
दबी हुई नस के लक्षण में ज्यादातर दर्द कमर के नीचे के हिस्से में होता है, जिसे हम साइटिका भी कहते हैं।
नस के दबने से खून का दौरा रुक जाता है और खून का दौरा रुकने से नसों में खिंचाव होने लगता है जो कि काफी पीड़ादायक होता है।
मरीज की मांसपेशियां भी सुन्न होने लगते हैं यह तकलीफ धीरे-धीरे बढ़ती जाती है और मरीज का चलना काफी मुश्किल हो जाता है, खड़े होना भी काफी मुश्किल हो जाता है।
नसों की कमजोरी से क्या होता है naso ki kamjori kya hota hai
नसें जब कमजोर हो जाती है तो ऐसे में खून की कमी हो जाती है और काफी प्रॉब्लम बढ़ जाता है अन्य बीमारियां भी होने की संभावना रहती है।
रीढ़ की हड्डी की नस दब जाए तो आप क्या करेंगे readh ki haddi ki NAS dab jaaye to aap kya karenge
अगर रीढ़ की हड्डी की नस दब जाती है तो ऐसे में इस स्लिप डिस्क की बीमारी कहते हैं इससे कमर और पीठ में दर्द होने लगता है।
बढ़ती उम्र के कारण ही ऐसा होता है और इसे दूर करने का आसान तरीका इनवेसिव स्पाइन सर्जरी है।
इसके अलावा आप वर्कआउट करते हैं, योग एक्सरसाइज करते हैं उसको करते रहिए।
पोषक तत्वों का अपने आहार में इस्तेमाल करिए, ताकि बढ़ती उम्र के साथ इस तरह की समस्याएं आपके साथ न होने पाएं।
सर्वाइकल में कहां-कहां दर्द होता है
सर्वाइकल में गर्दन में दर्द होता है, अकड़न हो जाती है गर्दन में, इसके अलावा सर्वाइकल की समस्या कंधों और हाथों में भी होता है।
कभी-कभी यह दर्द बहुत ज्यादा हो जाता है और इस दर्द में पीड़ा भी बहुत होती है।
यह हमारे गलत तरीके से उठने-बैठने से होता है और जो लोग ऑफिस का काम करते हैं, उन्हें यह समस्या और ज्यादा हो जाती है।
अगर हम योग एक्सरसाइज नियमित रूप से करते हैं तो यह समस्या हमें नहीं होगी,अगर है तो दूर हो जाएगी।
हाथों की नसें हरी क्यों दिखती है
आपने देखा होगा कि बहुत से लोगों में हाथों की नसें ज्यादा दिखती है और कुछ लोगों में हाथों की नसें कम दिखती है।
उभरी हुई दिखती है तो यह तो ज्यादातर वंशानुगत भी हो सकता है और दूसरी तरफ इसका एक कारण यह भी होता है कि नसों की दीवारें पतली हो जाती है।
भीतर के जो बाल्व होते हैं, उसकी विफलता के कारण नसों में गंदा खून जमा होने लगता है, जिससे नसें हरी दिखने लगती है।
हाथ- पैरों में झुनझुनी क्यों होती है
hath paidon mein kamjori jhunjhuni ka ehsas hona hai kis bimari ka lakshan hai
पैरों में झुनझुनी होने का एक बड़ा कारण होता है रक्त संचार में कमी होना, यह नसों पर बहुत बुरा असर डालता है।
इससे शरीर के कई अंगों में ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाता है और उससे आपकी बॉडी सुन्न हो जाती है ।
इसका नतीजा यह होता है हाथ पैरों में झुनझुनी पड़ने लगती है।
नसें हरी क्यों दिखती है
नसें हरी इसलिए दिखती है कि जिसको आप नस कहते हैं वह असली में शिरा कहा जाता है
और उसमें अशुद्ध रक्त रहता है और वह अशुद्ध रक्त का रंग नीला होता है, इसलिए वह बाहर से हमें हरे रंग की दिखाई देता है।
सिर की नसों में दर्द क्यों होता है
सिर की नसों में दर्द खराब तरीके से बैठने, सोने, तकिया लगाने, या अन्य समस्याओं से भी होता है।
और नसों में खिंचाव हमारे गलत लाइफस्टाइल के कारण होता है।
कोई भी समस्या हो तो योग एक्सरसाइज जरूर करें इससे आपको काफी आराम मिलेगा।
पैर की नसों में खिंचाव क्यों होता है
पैर की नसों में खिंचाव मांसपेशियों के सिकुड़ने से होता है इसके अलावा हमारी गलत जीवनशैली से भी होता है।
हालांकि यह काफी खतरनाक नहीं होता है अपने आप यह ठीक भी हो जाता है लेकिन मांस पेशियों पर दबाव पड़ना बार-बार अच्छी बात नहीं है।
इसलिए खाने में पोषक तत्वों का इस्तेमाल करते हुए अपने जीवन शैली में परिवर्तन लाएं।
एक्सरसाइज जरूर करें, नसों के खिंचाव की समस्या में काफी राहत मिलता है।
गर्दन की अकड़न कैसे ठीक करें
गर्दन की अकड़न ठीक करने के लिए मसाज आप कर सकते हैं। इसके अलावा पिपरमेंट आयल ले लें, इसमें मेंथाल पाया जाता है।
यह गर्दन की मांसपेशियों में काफी आराम पहुंचाता है। ज्यादा फायदा लेने के लिए हल्दी का सेवन करें।
और गर्दन अगर अकड़ जाता है तो सेधा नमक का खाने में इस्तेमाल करें।
सेंधा नमक में मैग्नीशियम सल्फेट होता है जो कि गर्दन के अकड़ने की समस्या में काफी आराम पहुंचाता है।
दबी हुई नस के लिए योग Debi huee nas ke liye yog
दबी हुई नस के लिए इलाज के लिए बहुत से लोग योग की बात करते हैं तो इसके लिए यहां पर हम आप बता दें कि योग हर एक बीमारी में कारगर होता है।
और जहां की नसें दब जाती हैं उसके लिए योग तो और भी सहायक होता है इसमें भुजंगासन बहुत ही लाभप्रद होता है।
इसमें बाडी के जो आगे का हिस्सा है यानी कि ऊपर का हिस्सा उसको नाग की तरह ऊपर उठाया जाता है यह आसन बहुत ही फायदेमंद है।
इसके अलावा और भी आसन बताए गए हैं लेकिन यह आसन काफी कारगर होता है।
आप चाहे तो अधोमुख स्नान आसन भी कर सकते हैं। सलभाषन योग भी कर सकते हैं यह सभी क्रियाएं बहुत ही लाभप्रद है।
शरीर का एक-एक नस खोल देता है यह पत्ता
दबी हुई नस खोलने का इलाज
शरीर का एक-एक नस खोल देता है यह पत्ता जिसके सेवन से शरीर का एक-एक नस खुल जाता है आज हम इसी पत्ते के बारे में जानेंगे यह पता पीपल का पत्ता है
इसके लिए 10 से 15 पत्तों को आप को ले लेना है और वह सारे पत्ते विकसित होने चाहिए कोमल पत्तों को नहीं लेना है।
उसको पानी में डाल कर के काढ़ा बना लें। जब थोड़ा सा पानी रह जाए ठंडा होने के बाद इसे दो से तीन बार पिएं।
कैसी भी नस दबने की समस्या हो यह आसानी से दूर हो जाती है और दूसरी बात यह कि इस दौरान आपको मीट मछली का सेवन बिल्कुल भी नहीं करना है।
यह भी पढ़े
साइटिका दबी नस का इलाज क्या है
साइटिका दबी नस का इलाज मालिश है। नारियल तेल या सरसों के तेल से आप मालिश करें।
साइटिका के इलाज में मालिश सबसे कारगर उपाय बताएं गया है।
किसी को भी अगर साइटिका की परेशानी होती है तो ठंड के दिनों में आपकी यह परेशानी ज्यादा बढ़ जाती है ऐसे में सरसों के तेल को आप चाहे तो थोड़ा सा गर्म करके मालिश कर सकते हैं।
इसके साथ ही महानारायण तेल, दशमुल तेल, सर्जरी तेल, तिल के तेल का भी उपयोग कर सकते हैं यह सभी तेल मालिश में काफी फायदेमंद होते हैं।
FINAL WORD
इस प्रकार आज के ब्लॉग के माध्यम से हमने जाना कि दबी हुई नस का इलाज कैसे करें, अगर हमारी नसें दब जाती है तो उसके क्या कारण हैं उसके घरेलू उपचार क्या है, दबी हुई नस के घरेलू नुस्खे क्या हैं इन सब बातों को हमने जाना उम्मीद है कि यह ब्लॉग आपके लिए काफी सहायक रहेगा हम आगे भी इसी तरह के शैक्षिक उद्देश्यों से पूर्ण ब्लॉग लाते रहेंगे धन्यवाद।
Disclaimer
यह लेख आपकी जानकारी के लिए शेयर किया गया है आपसे विनम्र निवेदन है कि कोई भी घरेलू उपचार अपनाने से पहले डॉक्टर से संपर्क करें धन्यवाद।
दबी नस का घरेलू इलाज||How to cure Blocked Veins||Dabi hui nas ka ilaj in Hindi
Tags
Dabi NAS ka ilaaj, dabi NAS kholne ke upay, dabi Hui NAS ke liye yog, nason ka ilaaj, NAS dabne ka kya ilaj hai