समलबाई|ग्लूकोमा|मोतियाबिंद का आयुर्वेदिक उपचार|samalbai ka Aayurvedic treatment|health vishesh

समलबाई|ग्लूकोमा|मोतियाबिंद का आयुर्वेदिक उपचार|samalbai ka Aayurvedic treatment|health vishesh

 

समलबाई या ग्लूकोमा एक ऐसी स्थिति है जिसमें हमारे आंखों का दबाव ज्यादा बढ़ जाता है। ग्लूकोमा में रेटिना ज्यादातर ऑप्टिक नर्व में परिवर्तित होने लगता है। समलबाई या ग्लूकोमा आंखों से जुड़ा एक गंभीर बीमारी है इसमें लापरवाही बिल्कुल नहीं करना चाहिए। ऐसी स्थिति से बचने की कोशिश करनी चाहिए नहीं तो आंखों की रोशनी जा सकती है।

आपको समय समय पर अपने आंखों की जांच कराना चाहिए जिससे आपके आंखों में ग्लूकोमा या समलबाई होने पर या मोतियाबिंद होने पर उसका आयुर्वेदिक उपचार हो सके

आज के लेख के माध्यम से हम जानेंगे समलबाई या ग्लूकोमा या मोतियाबिंद होने पर हम कौन से आयुर्वेदिक उपचार अपना सकते हैं जिससे हमें आंखों पर दबाव होने पर ग्लूकोमा/समलबाई/मोतियाबिंद से छुटकारा मिल सके सबसे पहले जानते हैं समलबाई मोतियाबिंद ग्लूकोमा का आयुर्वेदिक इलाज क्या होता है

 

समलबाई/ग्लूकोमा/मोतियाबिंद का आयुर्वेदिक इलाज क्या है Gulukoma ka ilaj 

Gulukoma ka Aayurvedic upchar

समलबाई/ग्लूकोमा के बारे में आपको बता दें कि इसका कोई भी इलाज करने से पहले कोशिश यही करिए कि डॉक्टरी सलाह पर करिए यह एक गंभीर स्थिति होती है जिसमें आंखों की रोशनी तक जा सकती है।

इसलिए इस स्थिति में आपको लापरवाही बिल्कुल नहीं करना चाहिए आपको डॉक्टरी सलाह फौरन लेना चाहिए।

किसी भी तरह की जोखिम उठाने से बचें/

समलबाई क्या होता है तो उसके आयुर्वेदिक उपाय क्या है

 

और पढ़ें-

मासिक धर्म रुकने का कारण, लक्षण और घरेलू उपचार | Ruke huye Masik dhram ko lane ke gharelu upcha

 

 

ग्लूकोमा/समलबाई होने पर आंखों के लिए त्रिफला चूर्ण का इस्तेमाल करें samalbai ka Aayurvedic treatment 

 

ग्लूकोमा समलबाई के आयुर्वेदिक उपाय के लिए आप त्रिफला चूर्ण का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह काफी फायदेमंद है।

 

त्रिफला चूर्ण का सेवन अगर आप नियमित रूप से करते हैं तो इससे आपके आंखों की समस्या दूर हो सकती है।

 

इसके लिए एक गिलास पानी में आपको त्रिफला चूर्ण डालना है इसको छान कर आंखों को धोएं इससे बहुत हद तक आपकी आंखों को लाभ मिलेगा।

त्रिफला पाउडर से आंखों को धोने से आपके आंखों पर दबाव कम पड़ता है।

त्रिफला पाउडर आंखों के आयुर्वेदिक इलाज के लिए भी अच्छा माना जाता है या यूं कहें तो ग्लूकोमा के आयुर्वेदिक उपचार में त्रिफला पाउडर काफी राहत है।

ग्लूकोमा समलबाई या मोतियाबिंद होने के आयुर्वेदिक उपचार के रूप में रात को लिक्विड की ज्यादा मात्रा लेने से पहले बचना चाहिए। Samalbai ka gharelu upchar 

आयुर्वेदिक डॉक्टर के अनुसार जो भी ग्लूकोमा वाले रोगी हैं उन्हें रात को लिक्विड पीने से बचना चाहिए अधिक पानी भी आपको रात को नहीं पीना चाहिए। Gulukoma ka deshi ilaj

लिक्विड डाइट लेने से आंखों की रोशनी और खराब हो सकती है इससे आंखों पर दबाव बढ़ सकता है।

अगर हम बात करते हैं आज के आर्युवैदिक उपचार के बारे में तो रात में लिक्विड लेना चाहिए या नहीं लेना चाहिए

उनको इलाज के दौरान लेना चाहिए या नहीं तो यहां हम बताना चाहेंगे कि आयुर्वेदिक डॉक्टर है श्रेय शर्मा  जो यह बताती है समलबाई वाले रोगियों को रात में लिक्विड लेने से बचना चाहिए।

 

 

और पढ़ें-

नींद नहीं आने का कारण, लक्षण, सेहत पर असर और उपचार|Nind nahi aane ka karan, lakshan ur Upchar

 

मोतियाबिंद/ग्लूकोमा/समलबाई का आयुर्वेदिक इलाज अनुलोम विलोम अभ्यास से करें samalbai treatment in Aayurved 

 

अगर आपको समलबाई है ग्लूकोमा मोतियाबिंद की शिकायत है तो आप अनुलोम विलोम का अभ्यास  कर सकते हैं इस अभ्यास से आंखों की रोशनी जल्दी ठीक होती है  Aankhon se kam dikhai dena

इसके अलावा जो दूसरे योगाभ्यास होते हैं उसको डॉक्टरी कंसल्ट के बाद ही करें।

क्योंकि कुछ कठिन व्यायाम से आपकी आंखों पर दबाव बढ़ सकता है।

या जिन योगासन को करने से आंखों पर दबाव बढ़ता है उनको बिल्कुल न करें या यूं कहें उनको करने से आंखों पर दबाव बढ़ सकता है।

 

और पढ़ें-

बवासीर का घरेलू इलाज( कारण,नुस्खे, उपचार) |Bawaseer ka(karan, nuskhe,ilaj) gharelu upchar

 

 

आंखों के रोग होने पर समलबाई/मोतियाबिंद/कांच बिंदु धुंधला दिखाई देना रोग होने पर आयुर्वेदिक उपचारों samalbai ka Aayurvedic dava

 

अगर किसी को आंखों से संबंधित बीमारी है तो उन्हें पुनर्नवा के पाउडर का इस्तेमाल करना चाहिए।

यह समलबाई,ग्लूकोमा,मोतियाबिंद,कांच बिंदु आंखों से धुंधला दिखाई देना आंखों से संबंधित जो भी लोग होते हैं इन सभी मे काफी लाभकारी होता है।

पुनर्नवा का पाउडर आंखों के आयुर्वेदिक इलाज के रूप में प्रयोग किया जाता है।

 

 

यह भी पढ़ें

स्वस्थ रहने के लिए क्या खाएं, स्वस्थ रहना चाहते हैं तो अपने आहार में शामिल करें इन चीजों को swasth rahane ke liye kya khayen,swasth rahana chahte Hain to Apne diet mein shamil Karen in 17 chijon ko in Hindi

 

इसके सेवन करने से आंखों पर दबाव कम पड़ता है इसके साथ में आंखों की स्थिति में सुधार होता है।

 

समलबाई मोतियाबिंद आंखों से संबंधित रोग आखिर इतनी तेजी से क्यों हो रहे है

समलबाई या मोतियाबिंद आज के समय में कामन समस्या बनता जा रहा है चाहे युवा वर्ग हो या छोटे बच्चे हैं

जिस तरह से मोबाइल का प्रयोग बढ़ा है उसी तरह से इसके रोगियों की संख्या भी बढ़ती जा रही है लोग अंधेपन के शिकार होते जा रहे हैं

 

इसके कारणों पर भी ध्यान देना जरूरी है आखिर समलबाई या मोतियाबिंद होता क्यों है

यह भी जान लेना जरूरी है मोतियाबिंद या समलबाई कई कारणों से होता है जैसे आंखों में लंबे समय तक सूजन बने रहना

समलबाई/मोतियाबिंद होने के कारण

 

1आंखों में लंबे समय तक सूजन बने रहना

2 आंख में चोट लग जाना

3 दूर की चीजें कम दिखाई देना

 4 कोई गंभीर दृष्टि दोष होना

5 डायबिटीज होना गठिया धमनी रोग गुर्दे में जलन की समस्या

6 रक्तस्राव खूनी बवासीर में

  हाई बीपी यह सब समस्या जिनको रहती है यह समलबाई या मोतियाबिंद ग्लूकोमा का कारण बनने का खास कारण होता है

 

समलबाई/मोतियाबिंद ग्लूकोमा का लक्षण

समलबाई या मोतियाबिंद जिनको होता है उनको आंखों में दर्द की स्थिति तो बनी रहती है

इसके अलावा चीजें बहुत धुंधली दिखाई देती है कभी कभी कोई चीज है ऐसी रहती है कि वह चलती फिरती भी आपको दिखाई देती है।

आंखों में आपके पानी से भर जाता है चीजें आपको चमकीली दिखाई देने लगती है

 

कुछ चीजें धूंधली दिखाई देती है इसके अलावा आंख सूखने लगती है है तो ध्यान देना चाहिए कि समलबाई की शिकायत हो चुकी है।

जिन लोगों को मोतियाबिंद या समलबाई हुआ रहता है उन्हें खास का ध्यान देना चाहिए

1 गेहूं की ताजी रोटी आपको खाना चाहिए

2 चीनी खाने में कम इस्तेमाल करें

.3 आंवले का सेवन जरूर करें फलों में अंजीर खा सकते हैं।

4 सुबह शाम ताजी पानी के छींटे आंखों पर अवश्य मारें

5 कम रोशनी में नहीं पढ़ना चाहिए

6 ज्यादा रोशनी में पढ़िए ध्यान दें कि रोशनी सीधे आपकी आंखों पर न पड़े।

7 वनस्पति घी बाजार में मिलने वाले घटिया मसाले मछली अंडा खटाई मिर्ची मसाला इन सब चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए।

 

आंखों से संबंधित योग आपको करना चाहिए

 इससे आंखों की शक्ति बढ़ती है इसके लिए बहुत अच्छा उपाय है कि दोनों हथेलियों को आपस में हर आधे घंटे पर रगड़ उत्पन्न करें फिर उन हाथों से अपने आंखों की सिकाई करें

इसके साथ ही बीच-बीच में अपनी आंखों को तेज से बंद कर ले फिर खोलें यह भी आंखों के लिए अच्छा व्यायाम होता है

अगर आपको मोबाइल ज्यादा चलाना ही है तो बीच-बीच में आपको गैप ले लेना चाहिए जिससे आंखों पर ज्यादा जोर नहीं पड़ता है।

 

 आंखों से पानी सूख जाए तो क्या करें

आंखों से पानी सूखना आज के समय में कामन समस्या हो गया है क्योंकि सभी लोग ज्यादा से ज्यादा काम कंप्यूटर पर करते हैं

 लंबे समय तक पलक भी नहीं झुकाते हैं कंप्यूटर की रोशनी आंखों के पानी को सूखने देती है जब आंखों से पानी सूख जाता है तो आंखों में दर्द होने लगता है 

किसी व्यक्ति से बात करते समय नजर मिलाने में भी दिक्कत होती है इसे समलबाई रोग कहते हैं जिनको भी समलबाई हो गया है आंखों से पानी सूख गया है तो उन्हें उनके लिए क्या उपचार करना चाहिए आइए  जान लेते हैं

आंखों पर पानी के छींटे मारिए

आंखों पर हल्के मसाज किया करिए इससे आंखों की सूजन भी कम होती है विटामिन b12 और विटामिन ए आपकी आंखों के लिए अच्छा होता है

 

इसके लिए अपने आहार में पोषक तत्वों से भरपूर आहार दिखाइए जिसमें विटामिन सी और विटामिन बी सिक्स विटामिन b 9 राइबोफ्लेविन निचक्षंऊभंयासीन भाई यह सभी पोषक तत्व आपकी आंखों के लिए जरूरी होते हैं इन्हें खाइए

आंखों के समलबाई मोतियाबिंद या ग्लूकोमा होने का सबसे बड़ा कारण आजकल एक और चल पड़ा है वह है ऐसी की हवा जो लोग ऐसी की हवा में रहते हैं और पढ़ाई करते हैं उनकी आंखों का पानी जल्दी सूख सकता है

इसके लिए आपको ऐसी में जब तक आप हैं उस दौरान अपने आंखों पर चश्मे लगाए हुए रखें

ताकि आंखो का पानी न सुख नहीं पाए इसके लिए ऐसी हो या पंखा हो इसको बहुत नजदीक से आपको इस्तेमाल नहीं करना है

 आपको इस पर ध्यान देना है नहीं तो आपकी आंखों की रोशनी जा सकती है लगातार आंखों में दर्द रहता है या सूखापन है तो आपको डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।

 

इस प्रकार आज के लेख से हमने जाना कि का आयुर्वेदिक इलाज क्या है समलबाई के लक्षण क्या है समलबाई या मोतियाबिंद होने पर हमें क्या करना चाहिए है किस पर लिखा गया या लेख ज्ञानवर्धक रहा होगा हम आगे भी इसी तरह के लेख लाते रहेंगे पोस्ट को पूरा पढ़ने के लिए धन्यवाद

यह लेख हमारी जानकारी के लिए दिया गया है कोई भी उपाय को अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

 

 

Tags

 

 #ग्लूकोमा #समलबाई #मोतियाबिंद #आयुर्वेदिक ट्रीटमेंट डॉक्टर वेरीफाइडई।

Leave a Comment