साबूदाना कैसे बनता है | Sabudana kaise banta hai | Sago meaning in hindi
इस लेख में साबूदाना कैसे बनता है साबूदाना के फायदे क्या है इससे जुड़ी हुई सभी बातों को जानेंगे
साबूदाना किसी अनाज को नहीं कहते हैं बल्कि यह सागू पाम नामक पेड़ के तने के गुदे से बनता है।इसका पेड़ ताड़ के पेड़ की तरह होता है जो पूर्वी अफ्रीका का पौधा है इस पेड़ का तना मोटा होता है। इसके तने के बीच के हिस्सों को पीसकर पाउडर बनाया जाता है इस पाउडर को छान कर फिर गर्म किया जाता है जिसे जिससे दाना बन सके साबूदाने को तैयार करने के लिए टैपिओका रूट नामक स्टार्च से बनाया जाता है जिसे कसवा के रूप में जाना जाता है।
साबूदाना कैसे बनता है | Sabudana kaise banta hai
साबूदाना जितना देखने में आसान लगता है उतना ही बनाने में बहुत ही कठिन है इसकी प्रक्रिया काफी जटिल होती है यह कसावा पौधे की जड़ से स्टार्च लेकर उसका पाउडर बनाकर छोटे दाने के रूप में बनाया जाता है
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साबूदाना किस चीज से बनता है | Sabudana kis chij se banta hai
साबूदाना दक्षिण अफ्रीका में पाम ट्री के स्टार्च से बनाया जाता है यह पेड़ ताड़ के पेड़ की तरह होता है भारत सहित कई देशों में टैपिओका रूट से बनाया जाता है जिसको कसावा रूट के नाम से जाना जाता है।
यह भारत के साथ ही यह अन्य देशों में भी प्रसिद्ध है साबूदाना कोई अनाज से नहीं बनता है बल्कि यह पेड़ की स्टार्च से बनता है जिसे छोटे दानों के रूप में बनाया जाता है दानों की साइज बनाने के तरीके पर निर्भर करती है।
साबूदाना बहुत तेजी से बढ़ता है और किसी भी प्रकार की मिट्टी में यह आसानी से उग जाता है। साबूदाना बहुत ज्यादा पौष्टिक आहार नहीं होता है बल्कि इसमें कार्ब्स पाए जाते हैं जो हमारे शरीर के लिए ऊर्जा का स्रोत है।
इसका आटा शुद्ध स्टार्च होता है और इसके दाने छोटे गोल होते हैं इसे हल्का गर्म कर पानी में मिला कर बनाया जाता है।
साबूदाना लस मुक्त होता है साबूदाना में प्रोटीन वसा फाइबर विटामिन और खनिज कम पाया जाता है लेकिन यह लस मुक्त है इसलिए प्रतिबंधित आहार के रूप में होने के बावजूद यह काफी उपयोगी है।
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साबूदाना किस पेड़ से बनता है |Sabudana ka ped kaisa hota hai | Sabudana ka ped
साबूदाना बनाने की प्रक्रिया काफी जटिल होती है यह डायरेक्ट किसी पेड़ पर नहीं उगता है बल्कि इसे बनाया जाता है। साबूदाना सागो पाम नामक पेड़ से बनाया जाता है। यह अफ्रीका भारत के केरल आंध्र प्रदेश तमिलनाडु में उगाया जाता है।
साबूदाना बनाने के लिए सागो के तने को बीच से काट कर टैपिओका रूट को निकाला जाता है इसे काटकर पीसकर बड़े बर्तनों में रखा जाता है। इसमें रोजाना पानी डाला जाता है इसके गूदे को मशीन में डालकर कई आकार का साबूदाना निर्माण जाता है।
इसके बाद इसे सुखाया जाता है सूखने के बाद इसमें ग्लूकोज और स्टार्च से बने पाउडर की पॉलिश की जाती है इसी वजह से साबूदाने में चमक आने लगता है और यह चमचमाती हुई गोलियों की तरह दिखता है तब यह बाजार में बेचने के लिए तैयार होता है।
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साबूदाना फैक्ट्री में कैसे बनाया जाता है |Sabudana making process in factory |
Factory me sabudana kaise banta hai
साबूदाना को बनाने के लिए काफी लंबी जटिल प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है साबूदाना का उगाने के लिए कसावा पौधे की जड़ों की कटाई से शुरू हो जाता है पौधे की विविधता के आधार पर जड़ों को 6 से 9 महीना के बीच में काटा जाता है। साबूदाना बनाने के लिए पौधे की जड़ कम से कम 8 से 15 इंच लंबी और 4 इंच चौड़ी होती है इसके जड़ों को अलग करने के लिए ज्यादा ध्यान देने की आवश्यकता है क्योंकि अगर जड़ क्षतिग्रस्त हो जाएंगे तो फिर यह हमारे किसी काम में नहीं आएगा।
1 इसके बाद जो जड़ कटी हुई है उसको कारखाने में भेजा जाता है और खेतों में तहत कसावा संरक्षण थोक में एकत्र होता है।
2 साबुदाने के उत्पादन में सबसे महत्वपूर्ण जो बातें हैं वह यह है कि साबूदाने की जड़ों को साफ करके छील लिया जाता है इस प्रकार अलग-अलग खेतों में साबूदाना मशीनों की मदद से बनाया जाता है।
3 साबूदाना को बनाने के लिए छिलके वाली जड़ इस्तेमाल किया जाता हैं इसमें से स्टार्च को निकाला जाता है और स्वचालित मशीनों की मदद से इसकी जड़ों को कुचला जाता है ऐसा करने से सफेद दूध अलग हो जाता है।
4 साबूदाना कई फिल्टरों के माध्यम से होकर आता है इस फिल्टर की प्रक्रिया से अशुद्धियां दूर हो जाता है हर फिल्टर के बाद उन्हें पानी से साफ किया जाता है
5 फिल्टर करने के बाद अशुद्धियां अपने आप ऊपर उठती हैं जिससे दूध जैसा तरल 6 से 8 घंटे तक जमा रहता है अशुद्धियां इससे अपने आप ऊपर उठती है और पानी में तैरने लगती है जिससे आसानी से अशुद्धियों को बाहर कर दिया जाता है।
6 इसके बाद तरल पदार्थ निकल जाता है केवल ठोस उत्पाद रह जाता यह ठोस उत्पाद बहुत ही उपयोगी होता है जो सूखने के बाद साबूदाना बनाया जाता है।
7 इसका सुखना बहुत जरूरी होता है जब यह सुख जाता है तब इसके कणों को छाना जाता है छानने के बाद साबूदाने के गोल दानों को बनाया जाता है।
8 इस छोटे दानों को खाना पकाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है लेकिन इससे पहले इसके नमी को दूर करना जरूरी होता है।
9 इससे अतिरिक्त पानी को निकालने के लिए जेट रिफाइनर का प्रयोग किया जाता है इससे साबूदाने की अतिरिक्त नमी दूर हो जाती है और साबूदाने के दानों को धूप में रखकर सुखा दिया जाता है इस तरह से साबूदाना तैयार होता है।
10 इसके बाद साबूदाना को पॉलिश करने के लिए भेजा जाता है जो साबूदाना हम बाजार से खरीदते हैं वह साबूदाना पालिश किया हुआ साबूदाना होता है
11 जो देखने में काफी चमकदार सफेद दिखाई देता है इसके बाद पॉलिश किए गए साबूदाने को पैक किया जाता है और बाजारों में भेज दिया जाता है इस प्रक्रिया के तहत कसावा के पौधे से निकाले गए स्टार्च से फैक्ट्री में साबूदाना बनाया जाता है।
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साबूदाना किससे बनता है |Sabudana kisse banta hai
साबूदाना किसी अनाज से नहीं बनता है बल्कि यह सागो पाम नामक पेड़ के तने के गुदे से बनता है ।सागो ताड़ के पेड़की तरह ही एक पेड़ होता है जिसका तना काफी मोटा होता है इस तने को बारिक पीसकर पाउडर बनाया जाता है।
उसके बाद इस पाउडर को छान कर गर्म किया जाता है जिससे दाने बन सके। जिस जड़ से साबूदाना तैयार किया जाता है उसे टैपिओका रूट कहते हैं अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसे कसावा या टैपिओका के नाम से भी जाना जाता है।
साबूदाना को अंग्रेजी में क्या कहते हैं | Sabudana name in English in English
साबूदाना को अंग्रेजी में तापियोका पल्र्स और सागो कहा जाता है यह टैपिओका की जड़ से बनता है इसे भारतीय व्यंजनों में शामिल किया जाता है। लोग इसे पसंद से खाते हैं।
sago meaning in hindi
सागो जिसका इस्तेमाल भारतीय व्यंजन में होता है यह टैपिओका की जड़ से निकाला जाता है जिसे साबूदाना कहते हैं।
साबूदाना खाने से क्या होता है |Sabudana in Hindi
साबूदाना में फाइबर फॉस्फोरस पोटेशियम पाया जाता है उसके साथ ही शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को भी यह कंट्रोल करता है। ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करता है।
साबूदाना खाने से वजन आपका बढ़ सकता है साबूदाने में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा अधिक होती है उसके साथ ही प्रोटीन विटामिन मिनरल्स अधिक मात्रा में होता है कैल्शियम फाइबर आयरन कम मात्रा में होते हैं लेकिन इससे शारीरिक विकास बेहतर तरीके से होता है।
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साबूदाना व्रत में खाना चाहिए या नहीं |Sabudana kya hota hai in Hindi
साबूदाना व्रत में खाना चाहिए या नहीं तो आपको बता दें कि इसे व्रत में खाना चाहिए इसके के पकवान बनाए जाते हैं इसे फलाहार के रूप में जाना जाता है इसकी खिचड़ी खीर आदि व्यंजन बनाया जाता है और सेहत के लिए भी या काफी फायदेमंद होता है।
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साबूदाना खाने के फायदे और नुकसान क्या है |Sabudana khane ke fayde aur nuksan
साबूदाना खाने के फायदे और नुकसान की जब बात करते हैं तो आपको बता दें कि साबूदाने का ज्यादा मात्रा में सेवन नहीं करना चाहिए अधिक मात्रा में अगर सेवन करते हैं तो इससे आपकी सेहत को नुकसान हो सकता है।
साबूदाने के सेवन से कई बीमारियों में फायदा मिलता है साबूदाना में कैल्शियम आयरन मैग्नीशियम पोटेशियम तांबा सेलेनियम प्रोटीन मिनरल्स विटामिंस कार्बोहाइड्रेट जैसे तत्व पाए जाते हैं लेकिन फिर भी इसके अधिक सेवन की सलाह नहीं दी जाती है साबूदाने के क्या फायदे उपयोग और नुकसान है आइए जानते हैं
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साबूदाना खाने के फायदे | Sabudana khane ke fayde | Sabudana ke fayde
1 एनीमिया रोग में फायदेमंद
साबूदाना स्वास्थ्यवर्धक है एनीमिया की शिकायत होने पर साबूदाने का प्रयोग किया जाता है आयरन की मात्रा इसमें अधिक पाई जाती है इसलिए यह हीमोग्लोबिन के स्तर को बढ़ाने के साथ एनीमिया की शिकायत भी दूर करता है।
2 हृदय रोग में लाभकारी
साबूदाने में पोटेशियम पाया जाता है यह हृदय रोग में मददगार है साबूदाने में फाइबर पाया जाता है जिससे खराब कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में मदद मिलता है।
3 साबूदाना हाई ब्लड प्रेशर के लिए फायदेमंद
हाई ब्लड प्रेशर वालों के लिए साबुदाना फायदेमंद है साबूदाने में पोटेशियम फॉस्फोरस फाइबर पाया जाता है जिससे ब्लड प्रेशर को नियंत्रित किया जा सकता है।
4 हड्डियों को मिलता है मजबूती
साबूदाने के सेवन से हड्डियां सही रहती है साबूदाने में कैल्शियम मैग्नीशियम होता है जो हड्डियों को मजबूती प्रदान करने में सहयोग करता है।
5 थकान दूर करता है
जो लोग काम करके जल्दी थक जाते हैं उनके लिए साबूदाना फायदेमंद है काफी एनर्जी देता है इसलिए उन्हें साबूदाने का सेवन रोज करना चाहिए।
6 साबूदाने का फायदा एनर्जी देता है
साबूदाने में प्रोटीन के साथ कार्बोहाइड्रेट पाया जाता है जिससे शरीर की एनर्जी बनी रहती है और हमें काम करने में काफी मदद मिलता है।
7 साबूदाने का लाभ वजन बढ़ता है
साबूदाने वजन को बढ़ाता है जो लोग दुबले पतले हैं उनके लिए साबूदाना फायदेमंद है इसमें कार्बोहाइड्रेट अधिक मात्रा में पाया जाता है जिससे वजन आसानी से बढ़ता है।
8 साबूदाना खाने का फायदा कब्ज करता है दूर
पेट की बीमारी कब्ज की जो भी परेशानी है साबूदाना फायदेमंद है क्योंकि इसमें फाइबर मौजूद होता है।
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साबूदाना खाने के क्या नुकसान है | Sabudana khane ke nuksan
कोई भी चीज अधिक अगर आप कहते हैं तो कहीं न कहीं उसका नुकसान तो देखने को मिलेगा ही साबूदाना का अधिक सेवन करने से सांस लेने में कठिनाई सीने में दर्द की शिकायत उल्टी सर दर्द थायराइड जैसी समस्या थकान देखने को मिलता है अगर कच्चा साबूदाना खाते है तो उसके क्या नुकसान है आइए जानते हैं
कच्चा साबूदाना खाने से कच्चा साबूदाना खाने के नुकसान |Kaccha sabudana khane ke nuksan
कच्चा साबूदाना खाने से कई तरह की दिक्कत हो सकती है अपच की समस्या पेट में दर्द की समस्या कब्ज की समस्या गैस बनने का कारण सिर में दर्द होना उल्टी जैसा महसूस होना यह सभी समस्या हो जाती है।
साबूदाना कैसे बनाया जाता है
साबूदाना भारतीय व्यंजन में शामिल किया जाता है इसे पकाने में अधिक समय लगता है।
साबूदाना को पकाने में कितना समय लगता है तो यहां पर हम बताना चाहेंगे कि साबूदाने की गुणवत्ता पर निर्भर करता है कि इसको बनाने में कितना समय लगेगा।
इसके लिए आपको करना यह होगा की साबूदाने को कम से कम एक घंटा उबाल दीजिए एक घंटा उबालने से साबूदाना अच्छी तरीके से पक जाएगा फिर गैस को सीम करके बर्तन से ढक कर रख दीजिए धीरे-धीरे वह अपने में पानी को अवशोषित कर लेगा और अच्छे से पक जाएगा।
साबूदाना से संबंधित पूछे जाने वाले सवाल
क्या साबूदाना कीड़ों से बनता है
नहीं साबूदाना सागो पाम नामक पेड़ की तने और जड़ में पाए जाने वाले गुदे से तैयार किया जाता है यह टैपिओका नामक स्टार्च से बनाया जाता है जो कि कसावा नाम की कंद की जड़ में मिलता है यह जड़ बिल्कुल शकरकंद की तरह होता है।
क्या प्रेग्नेंसी में साबूदाना खा सकते हैं
प्रेग्नेंसी में साबूदाना खा सकते हैं या नहीं तो हम आपको बता दें साबूदाना पचाने में आसान होता है कब्ज नहीं होने देता है इसमें विटामिन बी और फोलेट अधिक मात्रा में पाया जाता है इसलिए प्रेग्नेंसी में साबूदाने को खा सकते हैं।
साबूदाने में क्या पाया जाता है
साबूदाने में पोटेशियम आयरन फाइबर कैल्शियम एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है विटामिन K आयरन कैल्शियम मौजूद होता है जो हड्डियों के लिए फायदेमंद है।
क्या साबूदाना शाकाहारी होता है
साबूदाना पूरी तरह से शाकाहारी है या नहीं तो आइए जानते हैं यह सागो पाम नाम के पौधे के तने और जड़ में पाए जाने वाले गूदे से तैयार किया जाता है।
हालांकि यह टैपिओका नामक स्टार्च से बनाया जाता है क्योंकि कसावा सागो पाम नाम की कंद की जड़ में मिलता है यह जड़ बिल्कुल शकरकंद की जड़ की तरह होता है।
क्या साबूदाना खाने से क्या लाभ
साबूदाना खाने से हड्डियां मजबूत होती है कैल्शियम मैग्नीशियम अच्छी मात्रा में पाया जाता है इसके साथ ही हृदय के लिए भी फायदेमंद है।
साबूदाने की तासीर क्या होती है
साबूदाने की तासीर ठंडी होती है।
क्या साबूदाना खाने से वजन बढ़ता है
साबूदाना में कार्बोहाइड्रेट पाया जाता है इसको खाने से वजन बढ़ता है।
Final word
इस प्रकार आज के लेख के माध्यम से हमने जाना कि साबूदाना कैसे बनता है साबूदाना फैक्ट्री में कैसे बनाया जाता है साबूदाना खाने के फायदे और नुकसान क्या है उम्मीद है कि यह लेख आपके लिए ज्ञानवर्धक रहा होगा आगे भी इसी तरह के ज्ञानवर्धक लेख लाते रहेंगे पोस्ट को पूरा पढ़ने के लिए धन्यवाद।
Disclaimer
यह लेख आपकी जानकारी के लिए शेयर किया गया है आपसे विनम्र निवेदन है कि कोई भी घरेलू उपचार अपनाने से पहले डॉक्टर से संपर्क जरूर करें धन्यवाद।